नई दिल्ली। हाथरस में गैंगरेप पीड़िता मौत के बाद देशभर में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। विपक्षी राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी दिल्ली में पंचकुइन्या रोड स्थित वाल्मीकि मंदिर में हाथरस की बेटी के लिए हुई प्रार्थना सभा में शामिल हुईं। वाल्मीकि मंदिर में रुककर महात्मा गांधी ने स्वाधीनता की अलख जगाई थी। आज गांधी जयंती है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि हम अन्याय के खिलाफ लड़ते रहेंगे। इंसाफ मिलने तक शांत नहीं बैठेंगे। रात में अंतिम संस्कार की परंपरा कहां है। उन्होंने कहा हाथरस में ‘पीड़ित परिवार को सरकार की कोई मदद नहीं मिली। उसका परिवार अकेला महसूस कर रहा होगा। हम राजनीतिक दबाव सरकार पर डालेंगे। हमारी बहन के साथ न्याय नहीं हुआ। हम अपनी बहन को न्याय दिलवाएंगे। जब तक उसे इंसाफ नहीं मिलेगा हम शांत नहीं बैठेंगे।
बता दें कि गुरुवार को प्रियंका गांधी और राहुल गांधी हाथरस के लिए निकले थे। हालांकि उनके काफीले को एक्सप्रेसवे पर रोक दिया गया। उसके बाद दोनों नेता पैदल ही हाथरस के लिए निकले। पुलिस ने इस दौरान राहुल गांधी के साथ धक्कामुक्की भी की।बाद में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. भीड़ हटने के बाद दोनो नेताओं को वापस दिल्ली भेज दिया गया।
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुश्मिता देव ने कहा कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की महासचिव प्रभारी है। उनका हक़ है पीड़िता के परिवार से मिलना। वह जब चाहेंगी जाएंगी। हम भी देखतें है यूपी की बीजेपी सरकार उनको कितनी बार जाने से रोकती हैं। बेटी के लिए संघर्ष जारी रहेगा। 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था। लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने जबरन रात में लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया।