भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के हर शहर को सुंदर, स्वच्छ और बुनियादी सुविधाओं से युक्त बनाने के लिए तेज गति से कार्य किया जा रहा है। हर नगर का पांच साला रोडमैप बनाया जा रहा है, जिसके अनुसार सुनियोजित विकास होगा। चौहान ने आज यहां मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न नगरीय निकायों की 19 जल प्रदाय योजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। इनमें से 225 करोड़ की 12 योजनाओं का लोकार्पण और 142 करोड़ की 7 योजनाओं का भूमि-पूजन हुआ। नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया भी वीसी के माध्यम से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरों में सभी भाई-बहनों के पक्के मकान हो जायें, इसका प्रयास सरकार कर रही है। पथकर व्यवसाइयों को रोजगार के लिए 10 हजार रूपए बिना ब्याज और बिना गारंटी के ऋण दिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर पात्र परिवार आयुष्मान कार्ड बनवाये। आयुष्मान कार्ड से साल में 5 लाख रूपये तक का नि:शुल्क इलाज चिन्हित निजी अस्पतालों में भी मिलता है।
चौहान ने कहा कि हर नगर स्वच्छता में आगे रहे, ऐसे प्रयास किए जायें। स्वच्छता से स्वास्थ्य का सीधा संबंध है। सभी नगरों में सीवरेज सिस्टम बनाया जा रहा है। स्वच्छता अभियान के साथ नशा मुक्ति अभियान भी चलाया जाये। उन्होंने नगरीय निकायों के नागरिकों से वीसी के माध्यम से संवाद भी किया। गुना की नागरिक मंजू कुशवाह ने बताया कि पहले उन्हें हेंड पंप से पानी लेना पड़ता था, अब घर पर ही नल से पानी मिल रहा है।
मुख्यमंत्री को संवाद के दौरान पीथमपुर की संध्या शर्मा ने बताया कि पहले नगर में 2-3 दिन छोड़कर पानी मिलता था। अब नर्मदा पेयजल योजना से हर दिन पर्याप्त पेयजल मिल रहा है। इससे नगर की सभी महिलाएँ खुश हैं। चौहान को बड़ा मलहरा नगरीय निकाय के देवशंकर शुक्ला ने बताया कि क्षेत्र में पहले गर्मियों में पानी की बहुत समस्या आती थी। नई पेयजल योजना आ जाने के बाद यह समस्या दूर हो जाएगी। क्षेत्र में काठन सिंचाई परियोजना भी आ रही है, जो क्षेत्र के लिए वरदान सिद्ध होगी।
मुख्यमंत्री ने पेयजल योजना को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बड़ा मलहरा महाविद्यालय में विज्ञान संकाय शुरू किया जाएगा। मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि शहरी पेयजल योजनाओं के माध्यम से अब हर घर तक नल से स्वच्छ पानी पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है। जिन पेयजल योजनाओं का आज शिलान्यास हुआ है, वे शीघ्र पूर्ण होंगी। उन्होंने कहा कि चौहान के नेतृत्व में नगरीय विकास विभाग की योजनाओं सहित सभी विभागों की योजनाओं में अग्रणी है। इस दौरान प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास नीतेश व्यास और मनीष सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
चौहान ने एडीबी योजना में नगर परिषद धामनोद की 19 करोड़ 55 लाख, नगर परिषद जेरोनखालसा की 21 करोड़ 50 लाख, नगर परिषद कारी की 20 करोड़ 29 लाख, नगर परिषद लिधोराखास की 20 करोड़ 52 लाख और विश्व बैंक योजना में नगर परिषद बड़ा मलहरा की 25 करोड़ 90 लाख, नगर परिषद सेवढ़ा की 26 करोड़ 52 लाख और नगर परिषद नईगढ़ी की 7 करोड़ 51 लाख की जल-प्रदाय परियोजनाओं का भूमि-पूजन किया। इन परियोजनाओं के पूरा होने का लाभ लगभग 93 हजार नागरिक को मिलेगा। मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पित 12 जल-प्रदाय योजनाओं से 12 नगर के लगभग 4 लाख 80 हजार नागरिक लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना में नगर परिषद हनुमना की 13 करोड़ 35 लाख, नगर परिषद अमानगंज की 12 करोड़ 89 लाख, नगर परिषद नागोद की 18 करोड़ 18 लाख, नगर परिषद कुरवई की 11 करोड़ 94 लाख, नगर परिषद बुधनी की 7 करोड़ 34 लाख, नगर परिषद गोविंदगढ़ की 8 करोड़ 37 लाख, नगर परिषद भानपुरा की 7 करोड़ 92 लाख, नगर परिषद बड़ौद की 7 करोड़ 29 लाख, नगर पालिका उमरिया की 14 करोड़ 70 लाख और नगर परिषद छापीहेड़ा की 4 करोड़ 95 लाख की जल-प्रदाय परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। चौहान ने अमृत मिशन में नगर पालिका परिषद गुना की 29 करोड़ 88 लाख और नगर पालिका पीथमपुर की 87 करोड़ 69 लाख की जल-प्रदाय परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया।