भोपाल । मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार हर कर्त्तव्यनिष्ठ पुलिस जवान का सम्मान करती है। उनका मनोबल नहीं टूटना चाहिये। पुलिस जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिये सभी जरूरी सुधारात्मक कदम उठाये जायेंगे। श्री चौहान आज यहाँ 56वींऑल इण्डिया पुलिस ड्यूटी मीट में सांस्कृतिक संध्या इन्द्रधनुष’ में प्रतिभागी जवानों को संबोधित कर रहे थे।
श्री चौहान ने कहा कि पुलिस विपरीत परिस्थितियों में भी पूरी दक्षता और क्षमता के साथ काम करती है। देश और प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाये रखने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में सबके मंगल और कल्याण की कामना की गयी है। आधुनिक समय में ऐसा तभी संभव है जब शांति व्यवस्था बनी रहे। यह काम पुलिस बल के सहयोग के बिना संभव नहीं है। उन्होंने पुलिस की कर्त्तव्य निष्ठा और साहस की सराहना करते हुये कहा कि आम नागरिक उत्सव, तीज- त्यौहार मनाते हैं तो पुलिस बल के जवान अपनी ड्यूटी करते हैं। वे कठिन से कठिन समय में भी अपने कर्त्तव्य पर अडिग उपस्थित रहते हैं। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस की सजगता से डाकुओं से भरी चंबल घाटी में आज शांति है। सिमी का नेटवर्क टूट गया है। नक्सलियों की हिम्मत पस्त हो गयी है। मध्यप्रदेश को शांति का टापू बनाये रखने में प्रदेश की पुलिस का योगदान प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को और अधिक सक्षम और प्रभावी बनाने के लिये आधुनिक कौशल से सम्पन्न बनाना जरूरी है। वैज्ञानिक तौर तरीकों के अधिकतम उपयोग से क्षमता बढ़ेगी।
श्री चौहान ने कहा कि मोतीलाल नेहरू पुलिस स्टेडियम में आवश्यक अधोसंरचनात्मक सुविधायें विकसित की जायेंगी। उन्होंने अन्य प्रदेशों से पुलिस मीट में भाग लेने आये प्रतिभागियों, विभिन्न बलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का स्वागत करते हुये उन्हें मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों में भ्रमण करने आने का निमंत्रण दिया।
पुलिस महानिदेशक श्री नंदन दुबे ने कहा कि पुलिस मीट अपराधों की विवेचना करने में उपयोगी तकनीकी कला कौशल के नये ज्ञान से परिचित होने का भी अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि ड्यूटी मीट पुलिस बलों के जवानों में नया जोश भरती है और एक-दूसरे के ज्ञान और अनुभव से विवेचना के नये तौर-तरीकों को सीखने समझने का मंच प्रदान करती है।
उल्लेखनीय है कि 56वीं ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट आयोजित करने का सौभाग्य मध्यप्रदेश पुलिस को मिला है। इसमें 21 राज्यों के 6 पुलिस बलों के एक हजार से भी ज्यादा पुलिस जवान भाग ले रहे हैं। आठ फरवरी से शुरू हुई इस मीट का 15 फरवरी को समापन हो रहा है। इससे पहले भी मध्यप्रदेश 1964, 1980, 1987, 1997 में पुलिस मीट का प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन कर चुका है। यह भी उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012-13 भारतीय पुलिस बल की स्थापना का 150वां वर्ष है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विशेष रूप से प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया और अतिथियों को स्मृति भेंट किये गये। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह श्री आई.एस.दाणी विशेष रूप से उपस्थित थे। आयोजन समिति के अध्यक्ष और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस.ए.एफ. श्री वी.के.सिंह ने आभार व्यक्त किया।