भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि देश में मौजूदा केंद्र सरकार के कार्यकाल में किसान, महिलाओं और नौजवानों के वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाकर सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दों पर ही जोर दिया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर देश में ऐसी कौन सी आफत आ गयी, जो सिर्फ एनआरसी जैसे मुद्दों पर ही ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री गुरुवार को राजधानी के बैरागढ़ में आयोजित सेवादल के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति अनेकता में एकता और भाईचारे की है। संविधान भी यही बात कहता है। इसके लिए ही भारत का विश्व में सम्मान है। लेकिन अब इस संस्कृति पर खतरा मंडरा रहा है। यह बात सभी को समझना चाहिए। जो बीज वर्तमान में बोए जा रहे हैं, उसके परिणाम खतरनाक होंगे। हमें भारतीय जनता पार्टी की पिछले छह सात सालों में की गयी राजनीति को पहचानने की जरुरत है। और फिर इसके बारे मे सबको बताया जाना चाहिए। भाजपा ने एक वर्ष में दो करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात कही थी। लेकिन दो क्या एक करोड़ लोगों को भी रोजगार नहीं दिया गया। इसी तरह के अन्य मुद्दे हैं। मौजूदा सरकार इन्हीं सब मुद्दों से देश का ध्यान मोड़ने का कार्य कर रही है।
कमलनाथ ने सेवादल को पार्टी की नींव बताते हुए कहा कि पार्टी का भविष्य भी यही है। कांग्रेस सेवादल के मूल कार्यों और संगठन को मजबूत बनाने में उनके कार्यकर्ताओं की भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि लेकिन अब समय के साथ बदलाव लाने की आवश्यकता है। सेवादल को अपनी और पार्टी की पहुंच गांव गांव तक पहुंचानी होगी। इसके लिए उसे अपना सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ (आई टी सेल) बनाना चाहिए।
कमलनाथ ने कहा कि सेवादल अपना आईटी प्रकोष्ठ मध्यप्रदेश में बनाए और इसके लिए वे पूरी मदद करेंगे। यह प्रकोष्ठ पूरे देश में संगठन के लिए एक नजीर बनना चाहिए। उन्होंने दोहराया कि सोशल मीडिया के माध्यम से हमें अपने विचार गांव गांव तक पहुंचाना है। शहरों में तो बहुत कार्यक्रम होते रहते हैं।
यहां बैरागढ़ क्षेत्र में कांग्रेस सेवादल का प्रशिक्षण शिविर पिछले एक सप्ताह से चल रहा है, जिसमें देश भर से सेवादल से जुड़े नेता, कार्यकर्ता और प्रबुद्धजन शिरकत कर रहे हैं। कल इस आयोजन को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संबोधित किया था और उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्यप्रणाली को लेकर भी बातें कही थीं।