भिण्ड। भिण्ड नगर पालिका परिसर मे राष्ट्रसंत मुनि विहर्ष सागर महाराज ने एक धर्मसभा में कहा कि स्वच्छता से लक्ष्मी का आगमन होता है। जिस प्रकार से हम दीपावली के त्योहार पर घर की साफ सफाई करते है उसी प्रकार से हमैं अपने नगर, प्रदेश, देश मे प्रधानमंत्री द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान को ध्यान मे रखते हुए आगे बढाना चाहिए। उन्होने कहा कि विदेशी अमीर क्यो हमारे देश मे गरीबी क्यो आन्तरिक कारण देखेगे तो विदेशो मे जानवर भी गंदगी नही करेगे और हमारे देश मे जानवर क्या मनुष्य गंदगी मे सहायक बना हुआ है। इसलिए अपने भारत को स्वच्छ बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना चाहिएं हम सब को एकता का परिचय देते हुए सर्व समाज से चुनकर आये जन प्रतिनिधियो को विकास के लिए एक होना चाहिए।
राष्ट्रसंत ने आगे कहा कि जल ही जीवन है। ऐसी आशंकाये जताई जा रही है कि अभी पेट्रोल के लिए संघर्ष चल रहा है आने वाले समय मे पानी के लिए युद्ध की आशंका है इसलिए हमे अपने जीवन के लिए उपयोगी पानी को अभी से बचाने के लिए पर्यावरण का विशेष ध्यान रखना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति अपने जन्म दिवस पर एक वृक्ष को अवश्य लगाये जिससे पर्यावरण सुरक्षित बना रहे।
मुनि विहसंत सागर महाराज ने कहा कि मेरे गुरूवर सा नही खूबसूरत कोई, आस्था से बडी कोई मूरत नही, वस्त्र त्यागे प्यारे गुरूवर ने सत्य को आवरण की जरूरत नही आज हम नगर पालिका मे बैठे है जिसमे नगर की सफाई की जिम्मेदारी सरकार की है जो बाहर की सफाई करेगी दूसरी जिम्मेदारी संतो ने ली है जो अपने अंदर कषाय आत्मा की सफाई मे लगे है दोनों ही अपनी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है भिण्ड के विकास मे सभी पार्टी के लोगो को एक होकर नगर के विकास मे सहायक बनना चाहिए क्यो कि नगर हमारा है।
मुनि विजयेश सागर महाराज ने कहा कि दिल मे नाम तेरा है तू भगवान मेरा है मै भक्त तेरा राम, नाम हनुमान मेरा है भक्ति भक्त को हनुमान बना देती है यहां राम भक्त कम लेकिन हनुमान भक्त अधिक मिलेगे। इस नगरी का बडा ही सौभाग्य है क्योकि इस पावन धरा को भिण्डी ऋषि की पावन तपो भूमि कहा जाता है यहां पर अनेको संत का आवागमन होकर कई संतो ने जनम लिया है।
वहां पर उपस्थित विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने कहा कि संत समुद्र के समान होते है जगह जगह घूमकर जैन दर्शन की प्रभावना करते है आप सभी की भावना के अनुसार यहां आये इनके मार्गदर्शन मे विकास की संभावनाये छुपी रहती है इसलिए इनकी वाणी को हमे ग्रहण करना चाहिए।
उन्होने कहा कि राजनीति मे धर्मनीति आ जाये तो परिवर्तन निश्चित होता है राजनीति धर्मनीति मे बदलने से शुद्धिकरण होता है संतो के चरण जिस घर मे पड़ जाये वो घर शुद्ध हो जाता है ऐसे हमारे संत जिनके नगर आगमन से शहर का वातावरण धर्ममय हो गया।