भोपाल ! केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आज यहां पहली बार खुलासा किया कि जब वह पैदा हुईं थी तो कुछ लोगों ने उनकी मां से बेटी को बोझ बताते हुए उन्हें मारने की सलाह दी थी। स्मृति ने आज यहां मॉडल स्कूल में बच्चों द्वारा पूछे गए कन्या भ्रूण हत्या संबंधी प्रश्न के उत्तर में कहा कि वह पहली बार यह खुलासा कर रहीं हैं कि वह जब पैदा हुई थीं तो कुछ लोगों ने बेटी को बोझ बताते हुए उनकी मां को उन्हें मार देने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा, ”लेकिन मेरी मां बहादुर थीं और उन्होंने ऐसा नहीं किया तथा यही कारण है कि मैं आज आपके सामने खड़ी हुई हूं।ÓÓ
अपने परिवार में तीन बहनों में सबसे बड़ी स्मृति ईरानी ने महिला शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि यदि आप अपनी बेटी को पढ़ाते हो तो न केवल शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हो, बल्कि एक ऐसे परिवार को भी पढ़ा रहे हो जिससे समाज आगे बढ़ सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार कन्या भूण हत्या को रोकने के लिये नई नीति बनायेगी और इसे शीघ्र लागू किया जायेगा। एक प्रश्न के उत्तर में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि देश में ऐसी ई-लाइब्रेरी बनाई जायेगी जिसका उपयोग न केवल विद्यार्थी घर बैठे कर सकेंगे, बल्कि आम आदमी की पहुंच भी देश और दुनिया की पुस्तकों तक हो सकेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिये उनका मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय पुस्तकालयों से भी सहयोग लेगा। स्मृति ईरानी ने बताया कि देश में बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिये सरकार शिक्षा को निपुणता विकास से जोडऩे जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके लिये पाठ्यक्रम में भी बदलाव लाया जायेगा। देश के विभिन्न राज्यों के बोर्ड और पाठ्यक्रम में अंतर होने के संबंध में पूछे जाने पर स्मृति ईरानी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पाठ्यक्रम में एकरूपता पर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में क्षेत्र, राज्य, राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर सभी मुद्दों पर विचार किया जायेगा। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में स्मृति ईरानी ने बताया कि देश में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिये शिक्षकों के प्रशिक्षण का काम भी शुरु किया जायेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र काते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को उनसे प्रेरणा लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मोदी ने चाय बेचने से शुरुआत की थी और आज वह देश के सबसे उंचे पद पद बैठे हुए हैं। महारानी लक्ष्मीबाई कन्या महाविद्यालय में छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर में स्मृति ईरानी ने बताया कि अगले शिक्षण सत्र से देश में विद्यार्थियों की राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर आदान प्रदान की योजना शुरु की जायेगी। उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थी देश की विभिन्न संस्कृतियों एवं परंपराओं से अवगत हो सकेंगे।

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