श्योपुर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के श्योपुर जिले के विजयपुर में सिरफिरे के हमले में घायल निजी स्कूल का गार्ड कमलू प्रजापति जिंदगी की जंग हार गया। ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में 24 घंटे तक चले इलाज के बाद भी कमलू की हालत सुधरने के बजाय लगातार बिगड़ती गई और कल दम तोड़ दिया। इस घटना से स्टाफ और बच्चे इतने सहमे हुए हैं कि प्रबंधन ने स्कूल का तीन दिन का अवकाश घोषित कर दिया है। दूसरी तरफ पुलिस ने आरोपी प्रणय सिंह चैहान को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि, आरोपी प्रणय सिंह करियर फाउण्डेशन स्कूल में शिक्षक था लेकिन नशे की आदत के कारण स्कूल प्रबंधन ने वर्ष 2013 में उसे नौकरी से निकाल दिया था। इस बात से प्रणय स्कूल की प्रिंसीपल भावना बंसल से चिढ़ा हुआ था और 22 नवम्बर की दोपहर 1 बजे प्रिंसीपल को मारने के लिए लोहे की रॉड लेकर स्कूल में घुस गया। स्कूल के गार्ड कमलू प्रजापति 50 वर्ष ने प्रणय को रोका तो उस पर रॉड से हमला कर दिया। सिरफिरे ने कमलू के सिर व चेहरे पर रॉड से करीबन 10 वार किए। हमले में गार्ड कमलू का चेहरा इतना क्षत-विक्षत हो गया कि, विजयपुर अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज से हाथ खड़े कर दिए और उसे ग्वालियर रैफर कर दिया। ग्वालियर के डॉक्टर भी कमलू की जान नहीं बचा सके। कमलू की मौत के बाद पुलिस ने हत्या के प्रयास की धारा को हटाकर आरोपी प्रणय पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। मृतक कमलू की पत्नी की मौत 9 साल पहले हो चुकी है। उसको कोई संतान भी नहीं थी इसलिए वह स्कूल के ही गार्ड रूम में रहता था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्कूल से निकाले जाने के बाद आरोपी प्रणय ने स्कूल के संचालक पवन बंसल पर भी हमला कर हाथ के अंगूठे को चबा लिया था। पवन बंसल की पत्नी स्कूल की प्रिंसीपल हैं उन्होंने विरोध किया तो, प्रणय ने उन्हें भी जान से मारने की धमकी दे दी थी। बताया गया है कि तीन साल पहले स्कूल की प्रिंसीपल ने प्रणय के खिलाफ धमकाने का मामला दर्ज करवाया था। बस इसी बात से प्रणय प्रिंसीपल से खुन्नस खाया हुआ था। घटना से दो दिन पहले प्रणय ने स्कूल संचालक पवन बंसल के छोटे भाई सतीश बंसल को भी बीच रास्ते में रोककर धमकाया था, लेकिन तब किसी ने अनुमान नहीं लगाया कि, आरोपी इतनी बड़ी वारदात कर सकता है।
विजयपुर थाने के नगरनिरीक्षक (टीआई) मनोज कुमार झा ने आज यहां बताया कि गार्ड पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी प्रणय घेराबंदी कर पकड लिया। हवालात में बंद होने के बाद भी आरोपी के तेवर नरम नहीं हुए। थाने में बंद प्रणय चिल्ला-चिल्लाकर पुलिसकर्मियों से कह रहा था कि बस दो मिनट के लिए उसे छोड़ दो, पिं्रसीपल को निपटा लेने दो। उसके बाद जितनी धाराएं लगानी हों लगा लेना। आरोपी प्रणय को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।