आज सोशल मीडिया की बदौलत एक बेटी को 14 साल बाद अपने खोए हुए पिता को मिलने का मामला सामने आया है। आपको बतादें 14 साल पहले मध्य प्रदेश के एक गांव से मानसिक संतुलन ठीक ना होने के कारण उनका बड़ा भाई ने उन्हें एक आश्रम में छोड़ गया था, लेकिन बुजुर्ग के परिवार वालों को इसके बारे में कुछ भी पता नहीं था और यह बुजुर्ग किसी तरह मध्य प्रदेश के उस आश्रम से निकल गया। जिसके बाद वह पंजाब के फिरोजपुर पहुंचा वह अपने बारे मे कुछ भी बताने मे असमर्थ था। फिरोजपुर मे एनजीओ चलाने वाले व्यक्ति इस बुजुर्ग से मिले, उन्होंने मोगा मे अपने दोस्त जसबीर सिंह से सम्पर्क किया। जसबीर सिंह मोगा मे ‘एक आस’ नाम से आश्रम चलाते हैं इस आश्रम मे दिमागी संतुलन भटके हुए और बेसहारा बुजुर्गों की देखभाल और सेवा, रहने खाने की पूरी जिम्मेदारी निभाई जाती है। वैसे तो जसबीर सिंह पंजाब पुलिस मे हवलदार के पद पर कार्यरत है, मगर अपनी ड्यूटी के साथ-साथ समाज सेवा भी बखूबी निभा रहे है।

वही जसवीर सिंह बावा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया की ओम प्रकाश 2021 मे जब हमे मिले तो उनकी हालत बहुत ही तरस योग थी और उनका दिमागी सन्तुलन भी ठीक नहीं था। इनको आश्रम मे लाया गया इनकी देख भाल और इलाज शुरू किया गया और इनके परिवारिक मेंबरों तक पहुंचने के लिए वीडियो बना सोशल मीडिया पर वायरल की गई। जिसके बाद ओम प्रकाश के परिवारिक मेंबरो ने हमसे संपर्क किया। वही ओम प्रकाश की बेटी रश्मि ठाकुर ने आश्रम के संचालक जसबीर सिंह का शुक्रिया अदा करते हुए बताया कि हम 14 साल से पिता जी की तलाश कर रहे थे। जिनको पिता के भाई किसी आश्रम मे छोड़ आए थे और आश्रम का नाम नहीं बताया और उनकी मृत्यु हो गई हमने ने बहुत तलाश की पिता जी हमे नहीं मिले। जिसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो देखा फिर आश्रम के साथ संपर्क किया और हम मध्य प्रदेश के गांव खेमा सा, उज्जैन से मोगा पंजाब से पिता जी को लेने पहुंचे है पिता का साया सर पर होना बहुत जरूरी है इतना कहते हुए भावुक हो गई। वही बुजुर्ग ओम प्रकाश की बेटी के परिवार के साथ गांव से आए राहुल ने सराहनीय कार्य बताते हुए आश्रम तथा आश्रम संचालक का धन्यवाद किया