सतना  । केजेएस सीमेंट फैक्ट्री के मालिक एवं कंपनी डायरेक्टर पवन अहलुवालिया द्वारा करोड़ों रुपये जीएसटी कर चोरी करने का मामला सामने आया है। सेंट्रल जीएसटी इंटेलीजेंस टीम 5 अगस्त को एक साथ मैहर स्थित केजेएस सीमेंट फैक्ट्री समेत बांधवगढ़ कालोनी स्थित आवास एवं मप्र-उप्र के दफ्तरों में दबिश दी थी। जिसके बाद जीएसटी कर चोरी का यह बड़ा घोटाला सामने आया है।

 सेंट्रल जीएसटी इंटेलीजेंस टीम द्वारा खंगाले गए दस्तावेजों और संधारित रिकार्ड में अभी जनवरी 2020 से जुलाई 2020 तक 15.1 करोड़ रुपये पवन अहलुवालिया द्वारा जीएसटी कर चोरी करने का खुलासा हुआ। टीम द्वारा सभी जगह एक साथ लगातार जांच की जा रही है कि विगत 6-7 सालों में पवन अहलुवाहिया द्वारा और कितने करोड़ रुपये की कर चोरी की गई है। यह 6 महीने में की गई इतनी बड़ी कर चोरी के आंकड़ों के आधार पर जुटाने में लगी है कि कहीं पवन अहलुवालिया द्वारा सरकार को भारी राजस्व का नुकसान पहुंचाते हुए इन 6-7 सालों में दो सौ करोड़ रुपये के लगभग जीएसटी कर की चोरी तो नहीं की गई है।

करोड़ों रुपये की कर चोरी कर सरकार को चपत लगाने वाला केजेएस फैक्ट्री का मालिक पवन अहलुवालिया सेंट्रल जीएसटी इंटेलीजेंस टीम से बात नहीं बनने पर अपनी गर्दन फंसती देख जिले के एक बड़े नेता का सहारा लेते हुए हवाई मार्ग से दिल्ली पहुंच गया तो इधर जीएसटी टीम ने अपना जाल बिछाते फैक्ट्री के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कुशल सिंह सिंघवी को ही गिरफ्त में ले लिया, जिसे रात में ही सतना लाकर इंटेलीजेंस टीम बुधवार सुबह सिटी कोतवाली थाने में बैठाकर पूछताछ की। जहां से बंद गाड़ी में ले जाकर सिटी मजिस्ट्रेट की अदालत में करोड़ों रुपये की कर चोरी में संलिप्त होने के आरोपित दस्तावेजों के साथ पेश किया। केजेएस फैक्ट्री के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कुशल सिंह सिंघवी को सेंट्रल जीएसटी इंटेलिजेंस टीम ने अदालत में पेश किया। जहां सुनवाई के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सिंघवी के जेल जाने से फैक्ट्री प्रबंधन सहित स्टॉफ एवं मुहकमे में सनसनी फैल गई। वहीं अब यह भी शंका जाहिर की जा रही है कि कंपनी के डायरेक्टर पवन अहुवालिया पर भी इंटेलीजेंस के टीम शिकंजा डाल कर जेल भेजने की फिराक में जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सकती है।

सेंट्रल जीएसटी इंटेलीजेंस टीम 5 अगस्त से लगातार घर-आफिस फैक्ट्री में दस्तावेजों को खंगाल कर साक्ष्य लेने में लगी रही, तभी जांच के दौरान कल फैट्री के गुर्गे और ठेकेदारों ने टीम अधिकारियों से बदतमीजी कर झूमाझटकी की जिसके बाद टीम द्वारा मैहर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई जहां जीएसटी टीम को सतना के बांधवगढ; कालोनी स्थित आवास से जांच टीम से विवाद करने की शंका पर शिकायत करते हुये कोलगवां थाने से सुरक्षा हेतु पुलिस भेजने की मांग की गई, जिसके बाद पुलिस पवन अहलुवालिया के आवास पहुंची, तब कहीं जाकर सेंट्रल जीएसटी इंटेलीजेन्स टीम तेज गति से दस्तावेज खंगालना शुरू किया तो 6 महीने के संधारित रिकार्ड दस्तावेज मिले, जिनका मिलान म.प्र. सहित उ.प्र. के ठिकानों से किया गया तो जनवरी 2020 से जुलाई 2020 तक 15.1 करोड; रुपये की कर चोरी पकड़ी गई।

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