धार ! जिले के प्राथमिक विद्यालय चारणपुरा घाणा डही में पदस्थ शिक्षक गजेंद्रसिंह चौंगढ़ ने बीती रात फांसी लगा ली। मृतक की जेब से पुलिस अधीक्षक के नाम दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें डही के दो सूदखोरों की प्रताडऩा से परेशान होकर जान देने की बात कही गई है। इस घटना के बाद परिजनों और लोगों ने डही-कुक्षी मार्ग स्थित पुराना बस स्टैंड पर चक्काजाम कर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है। एसडीओपी प्रियंका डुडवे को सौंपे ज्ञापन में फरार आरोपी जयंत मालवीया की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग करते हुए गुरुवार दोपहर 10 बजे तक आरोपी को पकडऩे का अल्टीमेटम भी दिया गया। चक्काजाम कर रहे लोगों ने चेतावनी दी, कि कार्रवाई नहीं की गई तो डही बंद किया जाएगा। पोस्टमार्टम बुधवार दोपहर 12 बजे किया गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया। बताया जाता है, कि गजेंद्र ने सुसाइट नोट में लिखा, कि मैंने जयंत पिता बाबूलाल मालवीया से 4 लाख रुपए 4 प्रतिशत के ब्याज पर लिया था, वह राशि मैंने ब्याज सहित फरवरी 2016 में किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कर्ज लेकर चुका दी थी, फिर भी जयंत मेरे चेक व स्टाम्प पेपर वापस नहीं कर रहा था। जयंत मुझे आधी राशि ही जमा होना बताकर प्रतिदिन परेशान कर रहा था। मैंने दिनेश पिता बाबूलाल काकडिय़ा थाना डही के पास रहने वाले से मैंने 1 लाख रुपए 9 प्रतिशत के मान से लिया था। उसे भी मैं दो माह पूर्व ब्याज के साथ राशि लौटा चुका हूं। बावजूद इसके वह पैसे का तगादा कर अदालत में मामला लगाने की धमकी दे रहा था।