सीधी। सीधी बस हादसे के बाद लगातार पांचवें दिन सर्च आपरेशन सुबह 5 बजे से शुरू हो गया। दोपहर करीब 2 बजे एक और व्यक्ति कासव रीवा जिले की सीमा में मिला है। मृतकों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है। जबकि 7 लोगों को जिंदा बचा लिया गया था। रविंद्र कुमार चौधरी कलेक्टर सीधी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन किया जा रहा था, बाणसागर से पानी छोड़ा गया है ताकि फंसे हुए शव को ढूंढा जा सके। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शव तलाशने के लिए एनडीआरएफ सहित गोताखोर 60 की संख्या में तलाशने का काम कर रहे थे। सुबह से ही रविंद्र कुमार चौधरी कलेक्टर सीधी, पंकज कुमावत अधीक्षक सीधी समेत प्रशासनिक अधिकारी नहर में तलाश रही गोताखोरों की जानकारी मौके पर जाकर लेते रहे।
इसी साल अरविंद की शादी होनी थी
हादसे वाले दिन अरविंद अपनी बुआ की बेटी यशोदा को ANM की परीक्षा दिलाने ले जा रहे थे, लेकिन बस के नहर में गिरने से दोनों की मौत हो गई। यशोदा का शव 16 फरवरी को ही मिल गया था। अरविंद चार भाई-बहनों में सबसे बड़े थे और इसी साल उनकी शादी होनी थी।
ड्राइवर की लापरवाही से हुआ था हादसा
16 फरवरी को सीधी से जबलनाथ परिहार की 32 सीटर बस MP19P1882 सुबह पांच बजे के करीब सतना के लिए रवाना हुई थी। बस में सीधी, सिंगरौली जिले के कुल 63 यात्री सवार थे। इनमें से 3 यात्री बीच में ही उतर गए थे। बस में सवाल ज्यादातर युवतियां ANM की परीक्षा देने सतना जा रही थीं। रास्ते में छुहिया घाटी में लगे जाम से बचने के लिए ड्राइवर ने बस को जिगिना नहर रोड पर डायवर्ट कर दिया था। बस ओवरलोड थी और स्पीड भी तेज थी, इसलिए ड्राइवर कंट्रोल नहीं कर पाया और बस नहर में गिर गई।