उज्जैन।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन आशीर्वाद यात्रा को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा का शुभारंभ किया. यात्रा शुरू करने से पहले दोनों दिग्गज भगवान महाकाल के दर्शन करने पहुंचे. यहां पहुंचकर अमित शाह और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महाकाल का आशीर्वाद लिया. यहां से अमित शाह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ही रथ में सवार होकर सभा स्थल तक पहुंचे. जिसके बाद सीएम शिवराज और अमित शाह ने प्रदेश की जनता को संबोधित किया. अपने संबोधन में अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. कहा कि “मैं और शिवराज जी अभी महाकाल का आशीर्वाद लेकर आए हैं और आज से शिवराज जी जनता का आशीर्वाद लेने जा रहे हैं. मैं खुश हूं कि 3 बार मुख्यमंत्री रहने के बाद भी जनता से आशीर्वाद लेने जा रहे हैं.” कांग्रेस पर तंज कसते हुए शाह ने कहा कि “एक महाराज और एक उद्योगपति की सरकार नहीं एक बार फिर किसान पुत्र शिवराज सिंह की सरकार बनने वाली है. आज की यह सभा देखकर लग रहा है कि यह जन आशीर्वाद नहीं विनय यात्रा बन गई है।
कांग्रेस एक परिवार की गुलाम-चौहान
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर करारा वार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक परिवार की गुलाम है, जबकि हमारे पास यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है। जिनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले कांग्रेस के एक नेता मंदसौर आए थे उनको यह ज्ञान नहीं है कि प्याज कैसे पैदा होता है वह किसानों के हित की बात कर रहे हैं। कांग्रेस के जमाने में छोटे से छोटा देश भी हमको आंख दिखाता था, लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश अब पलटवार कर रहा है और देश के दुश्मनों को करारा जवाब दे रहा है।
उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस के राज में प्रदेश बीमारू राज्य बनकर रह गया था। भाजपा ने प्रदेश का कायाकल्प किया है और प्रदेश को आगे बढ़ाया है। उन्होंने दिग्विजयसिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले श्रीमान बंटाढार ने प्रदेश के हालत खराब कर दिए थे, अब हमारी सरकार ने प्रदेश के बिगड़े हालतों को सुधारा। कांग्रेस के जमाने में उनके सूत्रधार कहते थे कि शिप्रा-नर्मदा का मिलन असंभव है, लेकिन हमने असंभव को संभव कर दिखाया और शिप्रा-नर्मदा का मिलन कर शिप्रा को प्रवाहमान किया।
सीएम ने संबल योजना का जिक्र करते हुए कहा कि पहले बिजली कुछ समय के लिए आती थी तो बड़ी चर्चा होती थी, लेकिन अब बिजली आधे घंटे के लिए चली जाती है तो चर्चा होने लगती है। बिजली जाना मुद्दा बन जाता है। पहले बिजली के अभाव में किसानों की फसले सूख जाती थी, सड़कों की हालत काफी खराब थी, लेकिन भाजपा सरकार के आने के बाद सड़कों की हालत में काफी सुधार हुआ है।