भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के मंत्री उमंग सिंघार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। उन्होंने अन्य सिंधिया समर्थकों से भी अपील की है कि वह व्यक्तिगत हित से ऊपर उठकर पार्टी हित में सोचें और इस्तीफा ना दें।
इस्तीफा दे चुके वन मंत्री उमंग सिंघार ने बयान जारी किया है कि मध्य प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेता से आग्रह है और जो विधायक पार्टी से जाने का विचार बनाया है, व्यक्तिगत हित से ऊपर उठकर पार्टी हित में सोचें। यह सरकार प्रदेश के कार्यकर्ताओं की मेहनत से बनी है। उनकी भावनाओं को सर्वोपरि रखते हुए निर्णय लें अन्यथा युवा पीढ़ी कभी हमें माफ नहीं करेगी।
सोमवार रात को अचानक बुलाई गई कैबिनेट मीटिंग में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री उमंग सिंगार शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री कमलनाथ के समर्थन में इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में उमंग सिंघार भी शामिल थे। उमंग सिंगार ने मीटिंग के बाद बयान दिया था कि जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा, कमलनाथ सरकार सुरक्षित है। सिंधिया खेमे में कुल 28 विधायक हैं, अभी तक केवल 14 विधायकों ने इस्तीफा दिया है।