भोपाल। जोड़-तोड़ की सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ का एटीट्यूट सरकार के लिए परेशानियां पैदा करता रहा और अंततः मुख्यमंत्री कमलनाथ के 3 शब्द सरकार के लिए भारी पड़ गए। अतिथि शिक्षकों को से मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें आंदोलन ना करने की सलाह देते हुए कहा था कि सरकार को कुछ समय दीजिए यदि उसके बाद भी वजन पूरा नहीं हुआ तो मैं आपके साथ सड़क पर उतर जाऊंगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस बयान पर काफी तीखी प्रतिक्रिया दी। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने शेष 3 शब्द कहे ‘तो उतर जाएं।’ यह तीन शब्द ज्योतिरादित्य सिंधिया को वह सब कुछ करने पर मजबूर कर गए, जिसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी।
माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया आज ग्वालियर पहुंचेंगे जहां उनके दिवंगत पिता की जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम होना है। इस बीच, कांग्रेस ने माधवराव सिंधिया की जयंती पर उन्हें याद किया। पार्टी के अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिये कहा, ‘माधवराव सिंधिया की जयंती पर हम उन्हें सम्मान याद करते हैं। वह नौ बार लोकसभा के सदस्य रहे और रेल मंत्री के तौर पर सेवा दी। उनके कार्यकाल के दौरान ही पहली शताब्दी ट्रेन की शुरुआत हुई।’
इस्तीफे में सिंधिया ने लिखा है कि 1 साल से इस्तीफे के हालात बन रहे थे। मैं पार्टी में रह कर जनता की सेवा नहीं कर पा रहा था। सिंधिया की चिट्ठी पर 9 तारीख दर्ज है यानी की 9 मार्च को ही इस्तीफा लिख लिया गया था जिसे आज सोनिया गांधी को भेजा गया। भोपाल में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी, बाला बच्चन, सज्जन सिंह वर्मा, सुरेंद्र सिंह बघेल और अन्य लोग सीएम कमलनाथ के आवास पर पहुंचे। कांग्रेस नेता सिंधिया की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात खत्म हुई. सिंधिया, शाह की गाड़ी से पीएम आवास से बाहर निकले। जल्द ही सिंधिया बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
आज बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक भी होगी जिसमें मध्य प्रदेश में शिवराज चौहान के नेतृत्व में सरकार बनाने को हरी झंडी मिल सकती है।