राजगढ़। माँ-बेटी मेला के माध्यम से समाज में फैली बाल-विवाह और नातरा जैसी कुरीतियों को दूर करने तथा बेटी बचाओ अभियान और महिला सशक्तीकरण के लिए राजगढ़ जिला प्रशासन द्वारा अभिनव प्रयास किया जा रहा है। माँ-बेटी मेला विकासखण्ड स्तर, सेक्टर स्तर एवं शैक्षणिक संस्थाओं में लगातार लगाए जा रहे हैं।
माँ-बेटी मेला में जन-प्रतिनिधियों, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों और खासतौर से महिला जन-प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों का उद्बोधन जरूर होता है। माताओं और बेटियों को यहाँ बतलाया जाता है कि महिला होने के नाते वे बाल-विवाह, भ्रूण हत्या जैसी अनेक सामाजिक कुरीतियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
माँ-बेटी मेला में लघु नाटिकाओं और छात्र-छात्राओं के भाषण एवं निबंध के माध्यम से भी जन-जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है। जिला कलेक्टर ने बेटियों को अच्छी शिक्षा दिलवाने और इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाली छात्राओं के घर जाकर उन्हें सम्मानित करने का निर्णय भी लिया है।
कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय राजगढ़ में हुए माँ-बेटी मेला में राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती स्नेहलता उपाध्याय और सुश्री कविता भेरूलाल पाटीदार भी शामिल हुई।
मेला में बालिकाओं और माताओं को बाल-विवाह नहीं करने का संकल्प भी दिलवाया जाता है।