सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले के मोतीनगर थाना अंतर्गत धर्मश्री की आवासीय कॉलोनी में बुधवार रात बच्चों के विवाद में दलित युवक पर केरोसिन उड़ेलकर जिंदा जलाने की कोशिश की गई। युवक करीब 60 फीसदी झुलस गया। दो दिन उपचार के बाद शुक्रवार को उसे भोपाल रेफर कर दिया गया है।

उधर, पुलिस ने तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। दो दिन पहले भी दोनों पक्षों में विवाद हुआ था, लेकिन मोतीनगर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाइश देकर लौटा दिया था। पुलिस के अनुसार धर्मश्री आवासीय कॉलोनी में रहने वाले धनप्रसाद (24) पुत्र निजाम अहिरवार पर कालोनी के छुट्टू, अज्जू पठान, कल्लू और इरफान ने केरोसिन उड़ेलकर आग लगा दी। उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। धनप्रसाद के भाई धर्मेंद्र अहिरवार ने बताया कि आरोपियों से बच्चों को लेकर विवाद हुआ था।

इसी मामले में आरोपी राजीनामा करने का दबाव बना रहे थे। 14 जनवरी की रात आरोपियों ने ने परिजनों से मारपीट करते हुए धनप्रसाद को घेर लिया और उसे आग लगा दी। आरोपी कई दिनों से परिवार के लोगों को परेशान कर रहे थे। मोतीनगर पुलिस ने आरोपी छुट्टू, अज्जू, कल्लू, इरफान के खिलाफ धारा 294, 323, 452, 307, 34 व एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।

धर्मश्री क्षेत्र में अजा वर्ग के एक युवक धनीराम अहिरवार को जिंदा जलाने की कोशिश के मामले में अनुसूचित जाति-जनजाति, अधिकारी एवं कर्मचारी संघ ने कलेक्टर व एसपी को शिकायती ज्ञापन दिया है। अजाक्स के अध्यक्ष हीरालाल चौधरी ने बताया कि पीडित युवक धनीराम को आरोपी युवक काफी दिनों से परेशान कर रहे थे। अगर समय रहते मोतीनगर पुलिस कार्रवाई करती तो घटना टाली जा सकती थी। लेकिन पुलिस ने इसे नजरंदाज कर दिया।

शहर विधायक शैलेंद्र जैन ने दलित धनप्रसाद अहिरवार को जिंदा जलाने के प्रयास के मामले में मोतीनगर पुलिस पर कार्रवाई में लेटलतीफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अपराधी बेखौफ हैं और कानून व्यवस्था लचर हो गई है।

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