ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिला न्यायालय से लौट रहे चार लोगों पर कुछ लोगों ने कल दिनदहाड़े दो लोगों की गोली मारकर हत्या करने और दो लोगों के गोली लगने से गंभीर घायल होने की घटना से शहर में दहशत है। जिन लोगों पर गोली मारकर हत्या का आरोप है, उनके और पीडित पक्ष के बीच 19 साल से रंजिश चल रही है। यह रंजिश सरपंच के चुनाव से शुरू हुई थी। उसके बाद से अब तक इस रंजिश में छह लोगों की हत्या हो चुकी है। इनमें से पांच लोग पीडित पक्ष के मारे जा चुके हैं और एक व्यक्ति हाल में हत्या के आरोपी पक्ष का मारा गया है। कल एक ही परिवार के चार लोगों को गोली मार दी गई। इनमें से दो ममेरे भाइयों की मौत हो गई। यह चारों लोग 15 दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आए थे। भिण्ड न्यायालय के सामने ही गोली मारने की कोशिश की लेकिन भीड़ अधिक होने से वे सफल नहीं हो पाए।
पुलिस के अनुसार राधे शर्मा 35 वर्ष, अनिल शर्मा 25 वर्ष, रामशरण शर्मा 40 वर्ष और हरिकृष्ण शर्मा 42 वर्ष निवासी पावई बिरगवां से भिण्ड जिला न्यायालय में पेशी करने पहुंचे। शाम के वक्त न्यायालय में पेशी खत्म होने के बाद राधे शर्मा अपने ममेरे भाई अनिल के साथ बाइक पर सवार होकर न्यायालय से बायपास रोड होते हुए गांव के लिए चल दिए। इनके साथ ही अनिल के पिता रामशरण और चाचा हरिकृष्ण भी ऑटो में बैठकर घर के लिए रवाना हुए। पुलिस लाइन के सामने घात लगाए खडे आरोपी अशोक तिवारी, दीपक तिवारी, सुभाष तिवारी और रवि शर्मा अलग-अलग बाइकों पर हथियारों के साथ पीछा करने लगे। आरोपियों ने पहले न्यायालय के पास रोड पर वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया, लेकिन भीड अधिक होने के कारण आरोपी राधे की बाइक का पीछा करने लगे। वहीं दूसरी बाइक पर सवार आरोपी ऑटो का पीछा कर रहे थे। आरोपियों ने मौका लगते ही राधे और अनिल को मौत के घाट उतार दिया। दूसरी ओर ऑटो में सवार चचेरे भाई रामशरण व हरिकृष्ण को निशाना बनाया तो दोनों भाई ऑटो से निकलकर भागने लगे। बदमाशों ने छह राउंड फायर किए, जिसमें दोनों भाइयों के दाएं पैर में गोली लगी।
19 साल पूर्व भिण्ड जिले के अटेर के पावई बिरगवां गांव में सरपंची के चुनाव से शुरू हुई रंजिश में अब तक दोनों परिवारों के 6 लोगों की हत्या हो चुकी है। पुलिस ने बताया कि वर्ष 1999 में चुनावी रंजिश को लेकर रामशरण के पिता माताप्रसाद शर्मा और हरिकृष्ण के पिता तेजराम शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके आरोप में मुरारी तिवारी, अशोक तिवारी, सुभाष तिवारी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। करीब साढे तीन साल पूर्व एक शादी समारोह के दौरान मुरारी के बेटे दीपक ने रामशरण के भाई हरेन्द्र की हत्या कर दी। जिसके बाद आरोपी दीपक हत्या के मामले में फरार चल रहा है। इसी रंजिश के चलते 20 नवंबर 2017 को आरोपी दीपक के भाई विकास तिवारी की हत्या कर दी गई। इसी का बदला लेने के लिए दीपक ने अपने भाई व चाचा के साथ मिलकर घटना को अंजाम दे दिया।
भिण्ड पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस ने आज यहां बताया कि दोनों परिवारों के बीच चली आ रही पुरानी रंजिश को लेकर खूनी खेल खेला जा रहा है। जिन लोगों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है, उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। दोनों घायलों का पुलिस की सुरक्षा में इलाज चल रहा है।

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