मध्यप्रदेश में आखिरकार कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रही। बसपा और सपा ने समर्थन का ऐलान कर दिया है।मुख्यमंत्री शिवराज ने भी हार स्वीकार करते हुए अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। बसपा-सपा के साथ के बाद अब कांग्रेस की नजर निर्दलीयों पर है। कांग्रेस लगातार निर्दलीयों से संपर्क कर रही है। इसी क्रम में आज कांग्रेस नेता राज्यवर्धन सिंह और जीतू पटवारी सुसनेर से निर्दलीय प्रत्याशी राणा विक्रम सिंह को मनाने पहुंचे। काफी देर तक तीनों के चर्चा हुई है और वे भोपाल के लिए रवाना हुए।
दरअसल,टिकट ना मिलने की वजह से इस बार राणा विक्रमसिंह ने कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। विक्रमसिंह ने जीत हासिल कर न सिर्फ भाजपा का किला भेदा है, बल्कि सुसनेर के इतिहास में पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विजयी होकर नया इतिहास भी रचा है। निर्दलीय प्रत्याशी राणा विक्रमसिंह को 75 हजार 804 मत मिले। राणा ने कांग्रेस के महेन्द्रसिंह परिहार को 27 हजार 62 मतों से हराकर जीत हासिल की। कांग्रेस प्रत्याशी को 48,742 मत मिले और भाजपा के मुरलीधर पाटीदार को 43,838 मत मिले। राणा विक्रमसिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजयसिंग से जुड़े माने जाते रहे है। उनकी जीत के बाद कांग्रेस लगातार उनसे संपर्क करने में जुटी हुई थी।इसी कड़ी में कांग्रेस नेता राज्यवर्धन सिंह और जीतू पटवारी उन्हे मनाने सुसनेर पहुंचे।काफी देर तक चले मान मनोव्वल के बाद राणा विक्रमसिंह माने औऱ भोपाल के लिए रवाना हुए । खबर है कि वे आज शाम भोपाल मे होने वाली विधायकों की बैठक मे भी शामिल होंगें।
वही माना जा रहा है कि टिकट वितरण से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले बागियों की आज फिर पार्टी में वापसी होगी।इनमें केदार डार, सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, प्रदीप जायसवाल और वीरेन्द्र सिंह ने भी समर्थन देने की बात कही है। ये लोग भी आज कांग्रेस की शाम को विधायक दल की होने वाली बैठक मे शामिल होंगें।