भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि सभी जिलों में सख्ती से कोरोना संक्रमण रोकने, अस्पतालों में कोरोना उपचार की उत्कृष्ट व्यवस्था के साथ ही पोस्ट कोविड केयर पर भी पूरा ध्यान दिया जाए। 

मुख्यमंत्री चौहान ने अपने निवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना कोर ग्रुप के सदस्यों से चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत सम्बद्ध किया गया कोई भी निजी अस्पताल, उनके यहाँ बेड खाली होने पर, योजना के पात्र किसी कोविड मरीज का नि:शुल्क उपचार करने से इंकार करें, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण कम हुआ है, परंतु हमें थोड़ी भी असावधानी नहीं बरतना है। हर व्यक्ति मास्क लगाए, एक दूसरे के बीच दूरी रखे, साथ ही कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन करे। प्रदेश के शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी मास्क न लगाने, कोरोना कर्फ्यू का पालन न करने आदि पर कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में 18 लाख रुपए का जुर्माना किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के पश्चात होने वाले ब्लैक फंगस रोग के इलाज की भी नि:शुल्क व्यवस्था सरकार द्वारा की जा रही है। प्रदेश में इसके इलाज के लिए 2 हजार एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन गुजरात से हवाई जहाज से मंगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किए जा रहे कोविड वैक्सीनेशन कार्य में यह सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीन का एक भी डोज़ बेकार न हो। वेटिंग तथा ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन की व्यवस्था भी की जाए।

प्रदेश में 24 हजार 807 कोविड मरीजों को शासकीय एवं निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज दिया जा रहा है। इसमें 17 हजार 377 का सरकारी अस्पतालों में, 2584 मरीजों का अनुबंधित अस्पतालों में तथा 4856 मरीजों का मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत संबद्ध निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। प्रदेश में 441 निजी अस्पताल योजना के अंतर्गत संबद्ध किए गए हैं।

प्रदेश में नकली रेमडेसिविर बेचने वालों, कालाबाजारी करने वाले 55 व्यक्तियों के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा अधिक शुल्क लिए जाने पर अस्पतालों के विरूद्ध कार्रवाई की गई है। कुल 232 प्रकरणों में कार्रवाई करते हुए मरीजों के परिजनों को 88 लाख 96 हजार रूपए की राशि वापस दिलाई गई है। समीक्षा में पाया गया कि सभी जिलों में कोविड उपचार के लिए आई.सी.यू. बेड्स की उपलब्धता हो गई है। वहीं ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति एवं ऑक्सीजन बेड्स की पर्याप्त उपलब्धता है। प्रदेश में 76 प्रतिशत व्यक्ति होम आयसोलेशन में हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि देश में आने वाले तूफान ‘ताऊ ते’ के मध्यप्रदेश पर होने वाले दुष्परिणामों का आकलन कर लिया जाए। इसके कारण प्रदेश की ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित न हो। अत: पहले से ही ऑक्सीजन का पर्याप्त भंडारण कर लिया जाए। चौहान ने कहा कि उन्हें प्रदेश में लगाए जा रहे 95 ऑक्सीजन प्लांट की प्रगति की जानकारी निरंतर दी जाए। जो प्लांट मई में पूर्ण होने हैं, वे मई में पूर्ण हो जाएँ तथा आगे भी समय-सीमा अनुसार प्लांट तैयार होकर चालू हो जाएँ, यह सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर बताया गया कि प्रदेश में 7106 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं। 

पिछले 24 घंटे में 12 हजार 345 मरीज स्वस्थ हुए हैं, सक्रिय मरीजों की संख्या 94 हजार 652 है। प्रदेश की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 13% है तथा ग्रोथ रेट 1.2% रह गई है। आज की पॉजिटिविटी 10.7% है। प्रदेश में नए कोरोना प्रकरणों की संख्या में गत सप्ताह की तुलना में उल्लेखनीय गिरावट आई है। प्रदेश में 2 मई से 9 मई के बीच 83 हजार 395 कोरोना प्रकरण आए थे, वहीं 9 मई से 16 मई के बीच 59 हजार 622 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं। प्रदेश के 7 जिलों में ही अब 200 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1487, भोपाल में 982, जबलपुर में 452, ग्वालियर में 387, उज्जैन में 250, रतलाम में 244 एवं सागर जिले में 220 नए प्रकरण आए हैं। प्रदेश के 9 जिलों छिंदवाड़ा, बड़वानी, भिंड, गुना, अशोकनगर, झाबुआ, खंडवा, बुरहानपुर, अलीराजपुर का साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत व उससे कम है।

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