भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालयों में बड़े ऑक्सीजन प्लांट लगाये जाएंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार में कमी आई है। प्रदेश और देश के अन्य क्षेत्रों के अनुभव ने सिखाया है कि जहाँ भी जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया गया, वहाँ पर संक्रमण में कमी आई है। उन्होंने कहा कि जन-प्रतिनिधि आगामी 10 दिन तक पूरी कड़ाई से जनता कर्फ्यू को लागू करने के लिये आमजन का नेतृत्व करें। 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों की संख्या और प्रतिदिन वैक्सीनेशन डोज की उपलब्धता के आधार पर टीकाकरण का कार्यक्रम प्रारूप तैयार किया जाए।
45 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर के वैक्सीनेशन के कार्य की गति कम नहीं हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं को और अधिक मजबूत बनाने के लिये आगामी बजट में बड़ी राशि का प्रावधान किया जायेगा। प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता निरंतर बढ़ रही है। ऑक्सीजन का औचित्यपूर्ण उपयोग हो। प्राप्त ऑक्सीजन और उपयोग की मात्रा का सावधानी पूर्वक विश्लेषण किया जाये। टैंकरों की क्षमता और परिवहन अवधि के आधार पर व्यवस्थाएँ की जायें। टैंकर में ऑक्सीजन की फिलिंग में किसी प्रकार का विलम्ब नहीं हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड ट्रीटमेंट फेसिलिटी का विस्तार हो रहा है। इसके साथ ही यह सावधानी रखना भी जरूरी है कि जिन संस्थाओं को कोविड उपचार के लिये अनुमति दी जाये, उनका प्रभावी सत्यापन हो। केन्द्र में न्यूनतम उपचार सुविधाएँ अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिये। जिन जिलों में संक्रमण का दबाव अधिक है, वहाँ पर सरकारी सुविधाओं के साथ ही निजी उपचार सुविधाओं का भी विस्तार किया जाए। प्रदेश में मेडिकल किट वितरण कार्य की एफिशियंसी रेट 99 प्रतिशत है। होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों से चर्चा का प्रतिशत भी 97 से अधिक है।