शाजापुर ! सटोरियों से सांठगांठ कर शहर में चल रहे सट्टे को रोकने में दिलचस्पी नहीं लेने वाले तीन पुलिस अधिकारियों को पुलिस अधीक्षक अनिल शर्मा ने गुरुवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं इस पूरे मामले में थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उल्लेखनीय है कि थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा और उनकी टीम की सटोरियों से सांठगांठ के चलते शहर में इक्का-मिंडी का धंधा तेजी से फल-फुल रहा है। गतदिनों भी थाना प्रभारी की निष्क्रियता के चलते एसडीओपी देंवेद्र यादव को टीम गठित कर महूपुरा क्षेत्र में सटोरियों पर कार्रवाई करनी पड़ी थी। वहीं मामले में थाना प्रभारी वर्मा को निर्देशित किया गया था कि वे सट्टे के अवैध कारोबार को रोंके, लेकिन थाना प्रभारी के संरक्षण में थाने में पदस्थ उनि सीएल जाटव, सउनि टीएस धौलिया और एमएस परिहार सटोरियों को अप्रत्यक्ष रूप से सपोर्ट करते रहे। वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने ओर सटोरियों पर कार्रवाई नहीं करने पर पुलिस अधीक्षक अनिल शर्मा ने उनि सीएल जाटव, सउनि टीएस धौलिया ओर एमएस परिहार को गुरुवार सुबह तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। आरआई आशीष तिवारी ने बताया कि निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों को रक्षित कार्यालय पर सबंद्ध किया गया है, जिन्हे निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। ज्ञातव्य है कि टीएस धौलिया थाने पर शिकायत लेकर आने वाले लोगों को रूआब दिखाकर डराने- का काम करते हुए कानून का डंडा दिखा रहे थे, लेकिन चंद नोटों के लिए अपना जमीर बैचने वाले टीएस धौलिया सटोरियों के आगे हमेशा नतमस्तक दिखाई देते थे। रुपयों की चाहत में सटोरियों से हुए लगाव के चलते धौलिया सदैव ही सट्टे पर कार्रवाई करने से बचते रहे। नतीजतन उन्हे गुरुवार को निलंबित कर रक्षित कार्यालय पहुंचा दिया गया।