यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी अरब के तेज होते हमलों के बीच अमेरिका के वरिष्ठ वायुसेना अधिकारी ने दावा किया कि पिछले दिनों सऊदी की राजधानी पर हूती विद्रोहियों की दागी गई मिसाइल ईरान में बनी थी.

करत में अमेरिकी वायुसेना के केंद्रीय कमान को संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल जेफरी ए हैरिगियन ने कहा, ‘उन मिसाइलों में ईरानी मार्के छपे थे… मेरे हिसाब ये ईरान की लिंक जोड़ते हैं.’ हालांकि इसके साथ ही कहा कि हूती विद्रोहियों ने इसे कैसे हासिल किया इसे लकेर जांच करने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा.

बता दें कि पिछले शनिवार 4 नवंबर को रियाद के अतंरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यह मिसाइल दागी थी, जिसे सऊदी सेना ने मार गिराया था. सऊदी जांचकर्ताओं ने रॉकेट के बचे हुए टुकड़ों की जांच की और उनके मुताबिक इसमें ‘इस मिसाइल को बनाने में ईरानी सरकार की भूमिका का पता चला है.’

इस हमले के बाद सऊदी गठबंधन ने इस हफ्ते की शुरुआत में यमन की सीमाओं को बंद कर दिया था. इस बीच सऊदी नीत गठबंधन सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के कब्जे वाली राजधानी सना में रक्षा मंत्रालय पर तड़के दो हवाई हमले किए. प्रत्यक्षदर्शियों और विद्रोही मीडिया ने बताया कि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. उन्होंने बताया कि हवाई हमले के बाद भी जंगी जहाज सना के ऊपर चक्कर लगाते रहे.

सऊदी नीत गठबंधन ने पहले भी रक्षा मंत्रालय पर हमले करके इसे भारी क्षति पहुंचाई थी, लेकिन यह ताजा हमला सऊदी अरब और हुती विद्रोहियों का समर्थन करने वाले ईरान के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच हुआ है.

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