संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद नेउत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण पर प्रतिक्रियास्वरूप शुक्रवार को सर्वसम्मति से उस पर आर्थिक प्रतिबंध और भी कड़े कर दिए. इन नए प्रतिबंधों के मद्देनजर उत्तर कोरिया को की जाने वाली ईंधन आपूर्ति और पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में बेतहाशा कटौती की गई है. उत्तर कोरिया के खिलाफ इस प्रस्ताव को अमेरिका ने ही पेश किया था, जिसका उत्तर कोरिया के समर्थक देश चीन सहित कई देशों ने समर्थन किया.
ये नए प्रतिबंध पिछले महीने लगाए गए प्रतिबंधों की तुलना में और भी कड़े हैं. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की स्थाई प्रतिनिधि निकी हेली ने कहा, “यह प्रस्ताव उत्तर कोरिया पर दबाव बढ़ाएगा. पिछली बार की तुलना में इस बार प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया गया है. हेली ने प्रस्ताव पर चीन के सहयोग की सराहना करते हुए कहा, “मैं विशेष रूप से चीन के अपने सहयोगियों का आभार व्यक्त करना चाहूंगी, जिन्होंने इस पर हमारे साथ काम किया.”