होशंगाबाद ! जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में हो रही धांधली के मामले सामने आने की खबर आम बात हो गई है, परन्तु अब आमजन में भी जागरूक हो गये है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन में शौचालय निर्माण में गड़बड़ी का। यह मामला तहसील बाबई के ग्राम मुडिय़ाखेड़ी का, यहां के पंच सुरेन्द्र कुमार, पंच मीनाबाई, पंच काबरीबाई सहित ग्रामवासियों ने आवेदन के माध्यम से बताया कि ग्राम मुडियाखेड़ी के सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक द्वारा विकास कार्य के लिये मनरेगा विधायक निधि एवं शौचालय निर्माण कार्य के लिए लगभग पन्द्रह लाख रूपये की राशि चैक द्वारा पोस्ट ऑफिस से वर्ष 2016 के बजट में से निकाल ली है। इस राशि में से पंचायत द्वारा 135 शौचालय के निर्माण की राशि निकाली गई है। गांव वालों ने बताया कि 135 शौचालय की राशि का पूर्णत: गबन किया गया है। इसके दस्तावेज व सूची भी उपलब्ध कराई जा सकती है, वैसे तो ऊपर से ही जांच होने पर स्पष्ट ही हो जाऐगा। इतना ही नहीं गड़बड़ी करने वालो ंने तो हद ही कर दी और मृतक हितग्राही के नाम से राशि निकाल ली। पंचों व ग्रामवासियों ने बताया कि गांव के स्व. जुगल किशोर, स्व. रेवा बाई, स्व. विधीया बाई, स्व. हनुमतसिंह, स्व. जवाहरलाल, स्व. टेकराम, स्व. विसना आदि लोग अब इस दुनिया में नहीं है। फिर भी मृतकों के नाम से भी शौचालय की राशि निकालकर अपनी जेब भर ली। शौचालय निर्माण में गड़बड़ी के साथ दूसरी योजनाओं में भी धांधली के बारे में बताया कि मेढ़ बंधान के तहत् लक्ष्मण गौर, हरिराम, संतराम, छोटेलाल, केषव, नरेन्द्र आदि हितग्राहियों की राशि में गबन किया गया है। विधायक निधि से सीसी रोड के लिए एक लाख रूपये निकाले गये परन्तु रोड का निर्माण नहीं हुआ है। भाई भतीजा वाद में अपात्र कृष्णकुमार को पशुशड बनवा दिया आदि। ग्रामवासी मदनलाल ने बताया कि इन मामलों को लेकर कई बार सीईओ जनपद बाबई के समक्ष जांच करने का निवेदन कर चुके हैं। परन्तु कुछ भी नहीं हुआ बल्कि जनपद सीईओ कहते है कि इस मामले में रोज भी मेरे पास आओ तो भी मैं कुछ नहीं कर सकता मेरे पास पावर नहीं है। इसके बाद हमने दो बार जनसुनवाई में कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ से भी उक्त तथ्यों पर निष्पक्ष जांच करने व दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर चुके है।
इनका कहना है
अगर कोई भी गबन की बात है तो आवेदन दे हम जांच करवाएंगें। मुडिय़ाखेड़ी का मामला जिला पंचायत में है।
केके ओझा, जनपद सीईओ बाबई