भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार शाम प्रदेशवासियों को संबोधित किया। सीएम ने कहा कि हमें अब कोरोना के साथ जीने की आदत डालना होगी। अनुशासित व्यवहार करना होगा। घर से बाहर यदि निकलेंगे तो मास्क लगाकर निकलेंगे। कोई बिना मास्क के दिखा तो उसे टोकेंगे भी। अभी निश्चिंत नहीं होना है, संकट अभी टला नहीं है। खतरा अभी बाकी है क्योंकि वायरस अभी भी हमारे बीच है। इंदौर और भोपाल में बहुत सावधानी की जरूरत है। रतलाम, रीवा, अनूपपुर, सीधी इन जिलों को भी ध्यान देने की जरूरत है। पूरे प्रदेश में सावधानी की जरूरत है।
शिवराज ने कहा कि हम वैसी परिस्थितियां नहीं बनने देंगे और इसलिए सावधानी की आवश्यकता है। कोरोना कर्फ्यू धीरे-धीरे खोला जाएगा। कैसे खोला जाएगा, यह आपको तय करना है। गांव, वार्ड, ब्लॉक और जिले में कौन सी गतिविधियां चालू रहेंगी कौन सी बंद रहेगी- यह क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप तय करेगा।
शिवराज के संबोधन की बड़ी बातें…
शिवराज ने कहा कि आप अपने आप को सुरक्षित रखेंगे तो अपने परिवार को भी सुरक्षित रखेंगे। 1 जून से हम कर्फ्यू में ढील देंगे। लेकिन हमें अचानक न घर से निकलना है और न ही बड़े आयोजन करना है। इससे स्थिति बिगड़ सकती है। हमने अनेक तकलीफें उठाई हैं। कई लोगों ने अपने प्राण दिए। वैसी परिस्थिति वापस आए, यह हम कदापि नहीं चाहते।
वैज्ञानिक तरीके से लॉकडाउन खोला जाएगा। तीसरी लहर की भी बात आ रही है। अगर हम असावधान रहे तो संक्रमण बढ़ेगा, एक दिन विस्फोट होगा, जिसे हम तीसरी लहर कहेंगें हमें यह नहीं आने देना है। इसके लिए हमने रोड मैप तैयार किया है।
शादी-विवाह, धार्मिक आयोजन, राजनीतिक रैली जैसे बड़े आयोजन नहीं आयोजित होंगे। हमें सावधानी बरतना छोड़ना नहीं है। कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई को एक सामाजिक आंदोलन बना दें। सरकार अपनी ड्यूटी पूरी करेगी लेकिन समाज इसे अपना आंदोलन बनाए। धर्मगुरु अपने अनुयायियों को अनुशासित रहने का संदेश दें, राजनीतिक संगठन अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासित रहने का संदेश दें।
सभी से अपील करता हूं कि हम अपना प्रदेश बचाएंगे तो देश भी बचाएंगे, इसलिए अनुशासित रहें और कोरोना नियंत्रण की एक अलग राह बनाएं। असंभव कुछ नहीं है। ‘खम ठोक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पांव उखड़, मानव जब ज़ोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है।’ मैं आज इसीलिए आपसे अपील कर रहा हूं, अपने लिए, अपनों के लिए, अपने प्रदेश और देश के लिए आपका सहयोग चाहिए।
हमारा सबसे बड़ा काम है कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण, सभी धर्मगुरुओं से अपील करता हूं, वो अपने प्रभाव का उपयोग कर अपने अनुयायियों को प्रेरित करें, राजनैतिक दल कार्यकर्ताओं को दिशा निर्देश दें। आइए मध्यप्रदेश को कोरोना नियंत्रण का मॉडल बना दें।
मैं 1 लाख 17 हजार से ज्यादा कोरोना वालेंटियर से आह्वान करता हूं कि निकलें और समाज की मदद करें। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ कोविड अनुरूप व्यवहार, मास्क लगाना, दूरी रखना, सैनिटाइजर का प्रयोग करना इन कामों को संभालें।
जहां पता चले वहीं रोकना है, इसे बढ़ने नहीं देना है। कोरोना के साथ जीना है तो हमें यह सब चीजें करनी पड़ेंगी, सावधानी रखनी पड़ेगी। इसमें आप सब का सहयोग चाहिए। अनुशासन, संयमित व्यवहार करना है, बिना मास्क की किसी भी कीमत पर नहीं निकलना है।
टेस्टिंग लगातार जारी रहेगी। लगभग 75 हजार टेस्ट रोज किए जाएंगे। फीवर क्लिनिक भी चालू रहेंगे, टेस्टिंग के लिए मोबाईल टीम भी भेजी जाएंगी। संक्रमित को तुरंत पहचान कर इलाज की व्यवस्था करेंगे, ताकि संक्रमण आगे न बढ़े, इसके लिए कान्टैक्ट ट्रैसिंग की जाएगी।
अगर हम असावधान रहे तो संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ता रहेगा और जब संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी एक दिन विस्फोट होगा और तीसरी लहर आ जाएगी। हमें दुनिया चलाते हुए तीसरी लहर नहीं आने देना है, इसको कोशिश करनी है। इसके लिए एक रोडमैप तैयार किया है।
अगर असावधान रहे, अचानक निकल पड़े, भीड़ इकट्ठी की, मेला शुरू किया, आयोजन शुरू हो गए तो संक्रमण को बढ़ते देर नहीं लगेगी, हम फिर संकट में फंस जाएंगे। हमने वो दिन देखे हैं, जब अस्पताल के बिस्तर भरे थे, ऑक्सीजन के लिए दिन रात एक करनी पड़ी, तकलीफें उठानी पड़ी।
आप भी सरकार को सुझाव दे सकते हैं-
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