मध्यप्रदेश में सत्ता में आने से पहले कांग्रेस के पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐलान किया था कि अगर एमपी में कांग्रेस की सरकार बनी तो दस दिन में किसानों का कर्जा माफ किया जाएगा, ऐसा नही हुआ तो सीएम बदल देंगें। हालांकि कांग्रेस ने सत्ता में आते ही कर्जमाफी की प्रक्रिया शुरु कर दी, किसानों से आवेदन भरवाए जा रहे है लेकिन अब तक किसी भी किसान का कर्जमाफ नही हुआ है। बल्कि सरकार बने 40 दिन से ज्यादा बीत गए है। इसको लेकर अब पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मांग की है कि कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाए क्योंकि उन्होंने अपना वादा पूरा नही किया है।
दरअसल, आज पूर्व सीएम शिवराज शिवराज बीजेपी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।इस दौरान उन्होंने उन्होंने बीजेपी कार्यालय से 29 डिजिटल रथों को हरीझंड़ी दिखाकर रवाना किया। ये सभी रथ लोकसभा सीटों जाएंगें और भारत के मन की बात कहेंगें। इस रथ के माध्यम से बीजेपी जनता से उनके सुझाव मांगेंगी और फिर इन्ही सुझावों को घोषणा पत्र मे शामिल किया जाएगा।
मीडिया से चर्चा के दौरान शिवराज ने कांग्रेस की कर्जमाफी पर सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि सत्ता में आते ही 10 दिन के अंदर किसानों का कर्ज़ा माफ कर दिया जाएगा, अगर ऐसा नहीं होगा तो वो मुख्यमंत्री बदल देंगे, अब तक किसानों का कर्जमाफ नही हुआ है, राहुल को मुख्यमंत्री कमलनाथ को पद से हटा देना चाहिए। शिवराज ने कहा राहुल के वादे के बाद भी अभी तक किसानों के खातों मैं पैसा नहीं आया है, अब तक हरे गुलाबी आवेदन भरवाए जा रहे, किसान कर्जमाफी का इंतजार कर रहा। लगता है कि राहुल गांधी मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखा रहे हैं। किसानों का कर्ज़ सिर्फ कागज़ के टुकड़े पर माफ हो रहा है। प्रदेश की नयी सरकार पल-पल रंग बदल रही है।
शिवराज इतने पर ही नही रुके उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार से यह कहना चाहता हूँ कि 80 लाख किसानों का कर्ज माफ करो। इनके खाते में दो-दो लाख रुपया डालो। जिन्होंने 31 मार्च तक का अपना कर्ज़ भर दिया है, उनके खाते में भी दो-दो लाख डलवाओ। ये नीले-पीले फॉर्म भरवाने में वक्त मत बर्बाद करो।