भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार शाम मध्य प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को खत्म करने और जनजीवन सामान्य करने के संबंध में जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स को संबोधित किया। सीएम ने कहा कि शनिवार को रात के 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक पूरे प्रदेश में जनता कर्फ्यू लागू रहेगा। बाकी आप खुद तय करें। कहा- हमें धीरे-धीरे सारी सावधानी रखते हुए कदम उठाने हैं ताकि तीसरी लहर न आए। हमें अनलॉक की दिशा में जाना है। ये अनलॉक कैसे होगा- इसे आप ही तय करेंगे। हम गाइडलाइंस भेजेंगे लेकिन तय आप ही को करना है। ये गाइडलाइंस मार्गदर्शिका के रूप में काम करेंगी।
अनलॉक होने के बाद भी विवाह जैसे आयोजनों में सीमित संख्या में लोग सम्मिलित हों। अन्य कार्यक्रमों और आयोजनों में भी हमें भीड़ एकत्रित नहीं होने देना है। गांव, ब्लॉक और वॉर्ड की क्राइसिस मैनेजमेंट अनलॉक के नियमों को तय करेगी।
मध्यप्रदेश ने जनभागीदारी का एक मॉडल देश के सामने प्रस्तुत किया है, जिसकी अब देश में भी चर्चा होने लगी है। आप सबके सहयोग से हम मध्यप्रदेश में कोरोना के संक्रमण को रोकने में सफल हुए हैं। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स, सामाजिक संगठनों और जनभागीदारी से जैसे हम कोरोना को काबू में करने में सफल हुए हैं, मुझे विश्वास है कि अनलॉक होने के बाद भी स्थितियां इसी तरह नियंत्रण में रहेंगी।
सीएम का कहना था कि वे बच्चे, जिन्होंने अपने अभिभावकों को कोरोना के कारण खो दिया, उनकी शिक्षा की व्यवस्था, उच्च शिक्षा के लिए ऋण और 18 वर्ष की उम्र तक रु. 5 लाख के स्वास्थ्य बीमा की सौगात पीएम केयर फंड के जरिए देने के लिए मैं प्रधानमंत्रीजी को हृदय से धन्यवाद देता हूं। ये सभी बच्चे भारत का भविष्य हैं। उनका भविष्य गढ़ने का बीड़ा प्रधानमंत्रीजी ने उठाया है, जो उनकी संवेदनशीलता और दूरदृष्टि को दर्शाता है। इस कल्याणकारी निर्णय से न सिर्फ मासूम बच्चों की मदद की जा सकेगी, बल्कि इस कठिन समय में यह उनके मनोबल को भी बढ़ाएगा।
कोरोना के कारण कुछ बच्चे अनाथ हो गये, उनके कल्याण के लिए हमने योजना बनाई। ऐसे बच्चों की जिम्मेदारी अब सरकार की है। इन्हें 5 हजार रुपये प्रति माह पेंशन दिया जायेगा और इनको नि:शुल्क राशन देने के साथ पढ़ाई की व्यवस्था की जायेगी।
कोरोना जरा सी लापरवाही में बढ़ जाता है, इसलिए जरा भी असावधान मत होइये। सभी सावधानी रखते हुए हम धीरे-धीरे अनलॉक करेंगे, लेकिन आपको भी सतर्क रहना है। सभी गाइडलाइंस का पालन करते रहना है।
आज प्रदेश के 18 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 1% से कम हो गई। संक्षेप में कहूं तो क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स ने अपने कंधों पर ज़िम्मेदारी उठा ली। यही सही लोकतंत्र है। कोरोना की लड़ाई को हमने जनांदोलन बनाया और ये आगे भी जारी रहेगी:
अप्रैल में पॉजिटिविटी रेट 25% तक हो गया था, अब ये घट के 2% तक आ गया है। जो संक्रमित हैं उनके स्वस्थ होने की दर जो 80% के आसपास थी आज बढ़कर 95% पहुंच गई है। डिंडौरी में एक भी पाॅजिटिव केस नहीं है।