भोपाल | मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सूचना के अधिकार कार्यकर्ताओं और व्हिसलब्लोअर पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि ‘कई तो ऐसे हैं कि अगर उनकी जिंदगी में झांककर देख लें तो उनसे गंदा आदमी कोई नहीं होगा।’ राजधानी की प्रशासन अकादमी शुक्रवार को आईएएस ऑफीसर्स एसोसिएशन की तीन दिवसीय सर्विस मीट के उद्घाटन के मौके पर शिवराज ने कहा, “आरटीआई एक्टिविस्ट, व्हिसिलब्लोअर ये ऐसे तत्व हो गए हैं लोकतंत्र में, जो किसी की भी हालत खराब करने को खड़े रहते हैं। मैं ईमानदारी से लड़ने वाले का सम्मान करता हूं, अन्याय के खिलाफ कोई आरटीआई एक्टिविस्ट, व्हिसिलब्लोअर ईमानदारी से लड़े, हम उसका आदर व सम्मान करेंगे।”
अपने प्रदेश की नौकरशाही को देश की सर्वश्रेष्ठ नौकरशाही बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ चुनौतियों को स्वीकार करने की है। लोकतंत्र की सारी व्यवस्थाएं जनता के लिए हैं। जनहित और राष्ट्रहित के विरुद्ध कार्य करने वालों के साथ पूरी कठोरता के साथ पेश आना चाहिए। किसी प्रकार की दया-माया की कोई जरूरत नहीं है।
धनकुबेर चपरासी-इंजीनियरों, व्यापमं घोटाले और शेहला मसूद की हत्या वाले राज्य के मुख्यमंत्री ने ‘कहने के लिए’ कहा कि अधिकारी जनता की बेहतरी के लिए पूरी दक्षता और क्षमता के साथ कार्य करें। भ्रष्टाचार के विरुद्ध ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति रखें। ईमानदारी के साथ अन्याय के खिलाफ लड़ने वालों का सम्मान करें। यह जरूरी है कि अपराधी बचे नहीं, निर्दोष परेशान नहीं हो।
इस मौके पर मुख्य सचिव बी़पी़ सिंह ने मीट के स्वरूप पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सही समय पर कही गई बात ही अच्छी होती है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष आऱ एस़ जुलानिया ने कहा कि तीन दिवसीय मीट के दौरान सदस्यों के व्यक्तित्व के नए पहलू और प्रतिभाएं उजागर होती हैं। अनौपचारिक सहयोग और पारस्परिकता के वातावरण में नए संबंध विकसित होते हैं।