भोपाल ! मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर अपने विरोधियों के फोन टेप कराने का आरोप लगाया है। शिवराज विरोधियों में उनकी सरकार के छह मंत्री और कांग्रेस नेता व अफसर शामिल हैं। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने शुक्रवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री चौहान पर जमकर आरोप लगाए। उनका कहना है कि एक विदेशी कंपनी को टेलीफोन टेप कराने का काम दिया गया है। जिन लोगों के फोन टेप हो रहे हैं उनमें शिवराज की सरकार के ही छह मंत्री, कांग्रेस के पांच नेता और कई नौकरशाह शामिल हैं।
मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार का यह कृत्य व्यक्तिगत निजता, आईटी-टेलीग्राफ एक्ट एवं पीपल्स यूनियन फार सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) अधिनियमों और दिशा निर्देशों का उल्लंघन है। लिहाजा, इस बात की गहराई से जांच कराई जाए कि इस विदेशी कंपनी को सर्विस प्रोवाईडर का डॉटा किसने, किससे, क्यों और किस लिए दिलाया है?
मिश्रा ने सीधा आरोप लगाया है कि यह विदेशी कंपनी पांच हजार रुपयों में किसी भी व्यक्ति के लैंड लाईन, मोबाइल फोन और इंटरनेट की टेपिंग और कॉल डिटेल्स रिकॉड करने का व्यापार कर रही है। इसके खरीदार मुख्यमंत्री चौहान हैं।
ज्ञात हो कि एक व्हिसलब्लोअर और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ प्रशांत पांडे ने गुरुवार को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि इंदौर स्थित एक विदेशी कंपनी इस काम में लगी है।