ग्वालियर। ’’अच्छे चरित्र, एक अच्छे समाज के निर्माण का आधार बनते हैं। शिक्षक ऐसे आधारों का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। उन्हें आदर और भगवान का रूप माने जाने के साथ ही सबसे ज्यादा ज्ञानी भी माना जाता है। इसलिए उनकी जिम्मेदारी समाज के प्रति ज्यादा बन जाती है। उन्हें क्वालिटी से समझौता नहीं करना चाहिए, नाॅलेज को लगातार अपडेट करते हुए अपने स्टूडेंट्स को बेहतरीन शिक्षा देना चाहिए। एक शिक्षक की सबसे अच्छी क्वालिटी उसकी इफेक्टिव टीचिंग होती है। उनका पाॅजीटिव होना भी बहुत जरूरी है, ताकि किसी भी असंभव स्थिति को वो संभव बना सकें।’’
समाज में शिक्षक के स्थान और उनकी जिम्मेदारी को बयां करते हुए यह विचार व्यक्त किए आईटीएम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डाॅ कमलकांत द्विवेदी ने। आईटीएम यूनिवर्सिटी, आईटीएम ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स व आईटीएम ग्लोबल स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया। यूनिवर्सिटी के लियानार्दो द विंची ब्लाॅक के उस्ताद अलाउद्दीन खान सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न कैटेगरीज के अंतर्गत सालभर बेहतर प्रदर्शन करने वाले 47 शिक्षकों व अन्य सहयोगियों को सम्मानित कर अवार्ड भी प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा करते हुए आईटीएम ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डाॅ. बीके सिंह ने कहा कि शिक्षक को स्वयं ही अपना आंकलन करना चाहिए कि जो क्वालिटी एक अच्छे शिक्षक में होनी चाहिए वो उनमें है कि नहीं। अगर वे संतुष्ट हैं तो उन क्वालिटी की निरंतरता बनाए रखें और अगर नहीं तो उन्हें जल्द ही इसके लिए संभव प्रयास करना चाहिए। वहीं आईटीएम ग्लोबल स्कूल के प्रिंसीपल अजयलाल शर्मा ने कहा कि स्टूडेंट्स को नाॅलेज से ज्यादा आपकी केयर मायने रखती है। वे कुछ नया व अलग करना चाहते हैं, वे खुद को एक्सप्रेस करना चाहते हैं ऐसे में टीचर्स को उन्हें एक नियत पैटर्न में बांधने के बजाय उन्हें उनके सपने पूरे करने के लिए थोडी स्वतंत्रता देनी चाहिए। एक टीचर के पास अपने टैलेंट से कई चीजें अलग करने, ह्यूमन लाइफ को इम्पेक्ट करने, नए लर्निंग कल्चर क्रिएट करने, कैम्पस में एक्टिव रहनी वाली लर्निंग कम्युनिटी डवलप करने आदि के कई रास्ते और तरीकें हैं। ये बस उन पर है कि वे इसे आज करें, कल या फिर बाद में।
इस अवसर पर आईटीएम के सबसे वरिष्ठ सदस्य व प्रोफेसर एटी थोमरे ने भी अपने विचार व्यक्त किए करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में ज्ञान और कर्तव्यनिर्वहन से इस क्षेत्र की गरिमा बनाए रखना सभी शिक्षकों की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। आभार प्रदर्शन आईटीएम के रजिस्ट्रार डाॅ ओमवीर सिंह ने किया।
विभिन्न कैटेगरीज में किया सम्मान
शिक्षक दिवस के मौके पर यूनिवर्सिटी के 16 विभिन्न कैटेगरीज में टीचर्स, सपोर्टिंग स्टाॅफ व एडमिन स्टाॅफ को सम्मानित किया गया। आईटीएम ग्रुप इंस्टीट्यूशन्स में 8 और आईटीएम ग्लोबल स्कूल में 4 कैटेगरी में अवार्ड प्रदान किए गए।
20 वर्षों से जुड़े सदस्यों को किया सम्मानित
आईटीम संस्थान की षुरूआत से लेकर अब तक जुड़े 10 सदस्यों को संस्थान की ओर से विशेष रूप से सम्मानित किया गया। यह सम्मान रजिस्ट्रार डाॅ ओमवीर सिंह, प्रोफेसर मुकेश पांडे, एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ अर्चना कसंल, प्रो. एटी थोमरे, एसोसिटर प्रो. डाॅ सत्येंद्र सिंह चैहान, टेक्निकल असिस्टेंट शांतिस्वरूप सक्सेना, लाइब्रेरियन अनीता शर्मा, असिस्टेंट आॅफिस एचआर सीमा गौतम, दफ्तरी रघुवीर तोमर, हाउसकीपिंग सुपरवाइजर राजेश कुमार को दिया गया। इस मौके पर यूनिवर्सिटी के चांसलर रमाशंकर सिंह ने उनके प्रति अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि इन 20 वर्षों के सफर में जिन सदस्यों का साथ आरंभ से लेकर अब तक चला आ रहा है, उन्हें मैं ह्दय से धन्यवाद करता हूं। संस्थान के चहुंमुखी विकास में इनका योगदान काफी महत्वपूर्ण रहा है। नए सदस्यों को भी इनके अनुभव और कार्यषैली से प्रेरणा लेनी चाहिए, ताकि वे भी विकास का हिस्सा बन सकें।