भोपाल ! मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले सहित जांच की निगरानी कर रही एजेंसी व संस्था की सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराए जाने की मांग पर कांग्रेस अड़ गई है और उसने अपनी मांगों को लेकर 16 जुलाई को मध्य प्रदेश बंद का आह्वान किया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यापमं मामले और इससे जुड़े लोगों की मौतों की जांच सीबीआई से कराए जाने के अनुरोध वाला पत्र मंगलवार को उच्च न्यायालय को भेजा। उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि वह बहुत ही संवेदनशील व्यक्ति हैं, सोमवार की रात सो नहीं पाए। सुबह उन्होंने सीबीआई जांच कराने की सिफारिश करने का फैसला लिया।
शिवराज ने मगर फैसला तब लिया, जब सर्वोच्च न्यायालय ने व्यापमं मामले की सीबीआई जांच वाली सभी याचिकाओं की सुनवाई की तारीख 9 जुलाई तय की दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस उन पर बेबुनियादी आरोप लगा रही है। वह बेदाग हैं और न्याय के पक्षधर हैं। विरोधी पार्टी का मकसद किसी न किसी बहाने सिर्फ उन्हें घेरना रह गया है।
शिवराज को अब ‘शवराज’ कहने वाली कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता की आंखों में धूल झोंक रहे हैं, अगर वे वाकई में सीबीआई से जांच चाहते तो निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते। उन्हें सीबीआई जांच के लिए पत्र कार्मिक विभाग (डीओपी) को लिखना चाहिए था।
मोहन प्रकाश ने सीधे तौर पर व्यापमं घोटाले और उससे जुड़े लोगों की हो रही मौतों के लिए मुख्यमंत्री चौहान को जिम्मेदार ठहराते हुए उनसे इस्तीफा मांगा। उनका कहना है कि इस सब के लिए नैतिक और भौतिक तौर पर चौहान ही जिम्मेदार हैं। राज्य में भय का माहौल है, और इससे जुड़े लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए मोहन प्रकाश ने कहा है कि व्यापमं की सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई जांच से कम पर कोई समझौता नहीं है। साथ ही वे कहते है कि व्यापमं के साथ इससे जुड़े लोगों की मौत और इस मामले की जांच कर रही एजेंसी व निगरानी करने वाली संस्था (इशारों में हाईकोर्ट का जिक्र किया) की भी जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस की आगामी रणनीति का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि 16 जुलाई को तीनों मांगों को लेकर राज्य बंद का आह्वान किया गया है। बंद में सभी दलों व संगठनों से सहयोग मांगा जाएगा। इससे पहले, 12 से 15 जुलाई तक पार्टी गांव-गांव अभियान चलाकर सभी को व्यापमं घोटाले से अवगत कराएगी।