भोपाल ! मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घाेटाले को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के दल ने आज यहां चिरायु समूह के मेडिकल कॉलेज और अस्पताल सहित लगभग आधा दर्जन ठिकानों पर छापा मारा। सीबीआई को नकद, गहने सहित लगभग दो करोड़ रुपए का सामान भी मिला है।
सीबीआई प्रवक्ता के अनुसार समूह के प्रबंध निदेशक डॉ अजय कुमार गोयनका के निवास, बैरागढ़ स्थित मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पीरगेट स्थित पुराने चिरायु अस्पताल, प्रशासनिक अधिकारी एस एन सक्सेना के निवास, शिवाजी नगर स्थित समूह के गेस्ट हाउस पर छापा मारा गया। इस छापे में सीबीआई के दल को लगभग दो करोड़ रुपए की सामग्री भी मिली है, जिसमें सोने-चांदी के जेवरात और नकदी भी है।
व्यापमं फर्जीवाड़े को लेकर दर्ज एफआईआर के सिलसिले में यह कार्रवाई की जा रही है। सीबीआई के अफसर यहां दस्तावेज की छानबीन में जुटे हुए हैं। देर शाम तक यह कार्रवाई चल रही थी।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार प्री मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) 2010 में एमबीबीएस के लिए चयनित ग्वालियर के कॉलेज का एक छात्र अन्य लोगों के साथ षड्यंत्रपूर्वक पीएमटी-2011 में भी शामिल हो गया था। काउंसलिंग में उसे सरकारी कोटे से भोपाल के मेडिकल कॉलेज में सीट मिल गई थी। बाद में उसने मेडिकल कॉलेज से बड़ी धनराशि मिलने पर एडमिशन के आखिरी दिन वह सीट छोड़ दी थी, ताकि वह सीट कॉलेज प्रबंधन अपनी मनमर्जी से किसी को भी आवंटित कर सके। इस कॉलेज में सरकारी कोटे की 63 सीट पीएमटी-2011 द्वारा भरी जानी थी। यह आरोप है कि इन 63 सीटों में से 47 सीट कॉलेज प्रबंधन ने कट ऑफ डेट 30 सितंबर 2011 के ऐन पहले रिक्त दिखा दीं। इन 47 सीटों को कॉलेज प्रबंधन ने सरकारी काउंसलिंग के बजाय स्वयं भर दीं। इसी फर्जीवाड़े पर ग्वालियर के झांसी रोड थाने पर यह मामला दर्ज हुआ था।
व्यापमं के माध्यम से प्रवेश और भर्ती परीक्षाओं की जांच पहले विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी गई थी। व्यापमं मामले से जुड़े लगभग तीन दर्जन लोगों की मौत के बाद पिछले वर्ष जुलाई में उच्चतम न्यायालय ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी।