भोपाल ! मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग दो और तीन वर्ष 2011 के मामले में दो और प्राथमिकी दर्ज की है। इस तरह अब तक सीबीआई 12 प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि व्यापमं द्वारा वर्ष 2011 में आयोजित संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग दो और तीन के मामले में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अलावा मप्र मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम 1937, सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किए गए हैं। वर्ग दो की पात्रता परीक्षा में 76 लोगों को आरोपी बनाया गया है, वहीं वर्ग तीन की पात्रता परीक्षा में 99 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इन दोनों मामलों में कुल 166 आरोपी बनाए गए हैं।
सर्वोच्च न्यायालय ने नौ जुलाई को व्यापमं की जांच सीबीआई को सौंपी थी। सीबीआई ने सोमवार को भोपाल पहुंचकर जांच शुरू कर दी और अब तक कुल 12 प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है।
अभी तक मामले की जांच कर रहे एसटीएफ ने व्यापमं घोटाले में कुल 55 प्रकरण दर्ज किए गए थे। इसमें 2100 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, वहीं 491 आरोपी फरार हैं। जांच के दौरान 48 लोगों की मौत हो चुकी है। एसटीएफ 1200 आरोपियों के चालान पेश कर चुका है।
मामले का खुलासा जुलाई 2013 में हुआ था। जांच का जिम्मा अगस्त 2013 में एसटीएफ को सौंपा गया था। उच्च न्यायालय ने जांच की निगरानी के लिए पूर्व न्यायाधीश चंद्रेश भूषण की अध्यक्षता में अप्रैल 2014 में एसआईटी बनाई। अब मामला सीबीआई के पास है।