भोपाल ! इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की जबलपुर इकाई के अध्यक्ष सुधीर तिवारी ने अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने पिछले वर्ष संदिग्ध हालत में जलकर मरे जबलपुर मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डी. के. साकल्ले की मौत पर सवाल उठाते हुए उनकी हत्या की आशंका जताई थी। राज्य के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले से जुड़े लोगों की लगातार हो रही मौतों का मामला गर्माया हुआ है। रविवार को ही दिल्ली के एक होटल में जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा की मौत हुई है। इसी के बाद तिवारी ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।
तिवारी ने डॉक्टर्स डे पर कहा था कि साकल्ले ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उनकी लेजर गन से हत्या की गई थी। साकल्ले चार जुलाई 2014 को अपने घर पर जली हुई अवस्था में मिले थे।
तिवारी ने पत्रकार वार्ता के दौरान यह भी कहा कि शर्मा ने दो दिन पहले ही एसटीएफ को कुछ जरुरी दस्तावेज सौंपे थे।
राज्य में अभी तक व्यापमं से जुड़े 40 से ज्यादा मौत हो चुकी है। अरुण शर्मा की मौत के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। इसी मामले की करवेज के लिए दिल्ली से मध्य प्रदेश आए समाचार चैनल आजतक के पत्रकार अक्षय सिंह की झाबुआ में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।