कराकस : वेनेजुएला की सेना ने कोलंबिया के साथ लगने वाली उत्तर पश्चिमी सीमा से ब्रिटेन के दो और अर्जेंटीना के एक पत्रकार को शुक्रवार (15 सितम्बर) को हिरासत में लिया है. नेशनल प्रेस यूनियन (एसएनटीपी) ने यह जानकारी दी है. एसएनटीपी ने ट्विटर पर कहा, “अर्जेटीना की लॉरा साराविया को ब्रिटिश पत्रकारों बार्ने ग्रीन और डैन रिवर्स के साथ हिरासत में लिया गया.”
रिपोर्टिंग के सिलसिले में गए थे वेनेजुएला
यूनियन ने कहा कि तीनों को फिलहाल कहां रखा गया है इसकी जानकारी नहीं है लेकिन दावा किया कि वे “पर्यटन पर रिपोर्टिंग के सिलसिले में तीन दिन से वेनेजुएला में मौजूद थे.” एसएनटीपी ने कहा कि पत्रकारों द्वारा सुरक्षा मुहैया कराने के काम पर रखे गए तीन लोगों को बुधवार को गिरफ्तार किया गया. तीनों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी दी हुई है कि वे ब्रिटेश टेलीविजन निर्माण कंपनी आईटीएन के लिए काम करते हैं.
तीन पत्रकारों के करियर पर एक नजर
रिवर्स के लिंक्डइन अकाउंट के मुताबिक, इससे पहले वह लंदन और बैंकॉक में सीएनएन कॉरस्पोंडेंट के तौर पर काम कर चुके हैं जबकि साराविया ने बीबीसी और एनबीसी के लिए काम किया है. लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक कैमरामेन और संपादक ग्रीन ने लंदन और वाशिंगटन में स्काई न्यूज के लिए काम किया है.
वेनेजुएला में नहीं है मीडिया को बोलने की आजादी
वेनेजुएला की सरकार अभियक्ति की स्वतंत्रता को पूरी तरह नजरअंदाज करता है. वहां की सरकार को पूरी दुनिया आम लोगों और मीडिया की आवाज दबाने के लिए जानी जाती है. पत्रकारों की अभिव्यक्ति और स्वतंत्रता के लिए काम करने वाले संगठन “रिपोर्टर्स विथाउट बॉर्डर्स” ने वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में इसे 137 वां स्थान दिया है. माना जाता हैं की वेनेजुएला की सत्ता में राष्ट्रपति चावेज और फिलवक्त के राष्ट्रपति मादुरो के शासन में अभिव्यक्ति की आजादी को पूरी तरह दबाया गया. मीडिया संस्थानों को भी सरकार कभी भी सेंसर कर सकती हैं.