ग्वालियर। केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि मध्यप्रदेश में विघुत आपूर्ति का निजीकरण करने के लिए राज्य सरकार ही पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। राज्य सरकार बिजली के लॉसेस रोकने में पूरी तरह विफल रही है, इसी विफलता को छिपाने के लिए वह निजीकरण करने पर उतारु हैं। सिंधिया ने सायं ग्वालियर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि हमारा (केन्द्र का) बिजली निजीकरण के लिए कतई भी रोल नहीं है।
सिंधिया ने कहा कि केन्द्र ने तो शहरी बिजली सुधार योजना और राजीव गांधी ग्रामीण विघुतीकरण योजना में लगभग पांच हजार करोड़ रुपये की राशि राज्य को दी भी हैं, लेकिन मध्यप्रदेश राज्य अपने विघुत सप्लाई के लॉसेस रोक पाने में पूरी तरह से असफल रहा हैं। इसी वजह से राज्य सरकार ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए बिजली निजीकरण की बात की हैं। सिंधिया ने कहा कि मध्यप्रदेश में बिजली खपत 8500 मेगावाट हैं और इस पर साढ़े 18 प्रतिशत का लॉसेस हैं। जबकि अन्य राज्य अपना लॉसेस घटाकर 8.50 प्रतिशत पर ले आए हैं। मेरा मानना यह है कि मप्र सरकार अपना लॉसेस कम करने में असफल रहने पर ही बिजली का निजीकरण कर रही है। सिंधिया ने पिछले वर्ष पावर ग्रिड फेल हो जाने संबंधी सवाल के जवाब में कहा कि कई राज्यों ने अपने तय कोटे में समय सीमा और आवंटित क्षमता से अधिक बिजली की खपत उठाई थी, जिस कारण पावर ग्रिड फेर हुए थे। इसी बात को ध्यान में रखकर अब कन्ट्रोल सिस्टम डालने की कोशिश की जा रही हैं, ताकि राज्यों द्वारा अधिक खपत के मामलों को रोका जा सकें।
सिंधिया ने बताया कि देश में 4 पावर ग्रिड बनाए गए हैं। जिसमें दक्षिणी पावर ग्रिड से 2014 में इस क्षेत्र को भी जोड़ा जा सकेगा। इस ग्रिड से ऊर्जा की कमी दूर होगी और ऊर्जा का फ्लो भी बेहतर होगा। सिंधिया ने गुना-इटावा रेल राइन पूरी कराने के लिए भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि अब इटावा की ओर मात्र एक बीघा फॉरेस्ट की जमीन आड़े आ रही है। इसके लिए उन्होंने वन और पर्यावरण मंत्रालय से चर्चा की है, इस जमीन के मिलते ही यह परियोजना पूरी हो जाएगी। सिंधिया ने शिवपुरी-देवास फोरलेन के संदर्भ में कहा कि इसका कार्य भी शुरु हो गया है, वहीं पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति मिलते ही शिवपुरी ग्वालियर के 120 किलोमीटर लंबे फोरलेन का भी निर्माण शुरु कर दिया जाएगा।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि वह पार्टी के सेवक हैं और पार्टी नेतृत्व उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगा वह उसे एक सेवक की तरह ही निभाएंगे। सिंधिया ने आज पत्रकारों से चर्चा के दौरान मप्र में नेता प्रोजेक्ट किए जाने संबंधी खबरों पर आपका क्या कहना है के जवाब में कहा कि मैं तो कांग्रेस का सेवक हूं और पूरी तन्मयता से अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा।

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