मुरैना। आगामी समय में मुरैना जिले की 5 विधानसभा क्षेत्रों में उप निर्वाचन प्रस्तावित है। जिसमें जौरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी और अम्बाह विधानसभा क्षेत्रों में उप निर्वाचन कराये जाने है। इसके लिये कोरोना वायरस की रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुये सोशल डिस्टेंस का पालन कराना भी जिला के लिये मेहती जिम्मेदारी है। इसके लिये चुनाव आयोग के नियमानुसार 1 हजार से ऊपर मतदान केन्द्रों में से सहायक मतदान केन्द्र बनाये जाने है। यह निर्देश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रियंका दास ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मुरैना में रिटर्निंग, सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को दिये। इस अवसर पर जिला सीईओ श्री तरूण भटनागर, अपर कलेक्टर श्री एसके मिश्रा, आगामी उप निर्वाचन के लिये बनाये गये नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने कहा कि 1 हजार से ऊपर वाले मतदान केन्द्रों में से सहायक मतदान केन्द्र बनेंगे, उन मतदान केन्द्रों की भौतिक सत्यापन एवं भवन का अवलोकन करें, कहीं ऐसा न हो कि दो मतदान केन्द्रों की एक भवन में ऐसी लाईन लगे तो सोशल डिस्टेंस का पालन न हो सके। उन्होंने कहा कि आयोग के निर्देशानुसार सर्वप्रथम सहायक मतदान केन्द्र के भवन शासकीय भवन उसी मतदान केन्द्र में रहे, या शासकीय भवन उपलब्ध न हो तब अशासकीय भवन का प्रस्ताव बनायें। उन्होंने कहा कि सहायक मतदान केन्द्र मतदाताओं के क्षेत्र में ही बनाया जाये, ऐसा न हो कि इस क्षेत्र के मतदाता दूसरे क्षेत्र में वोट डालने के लिये पहुंचे। इन सब बातों का ध्यान रखे कि आने वाले समय में सहायक मतदान केन्द्रों पर किन्तु-परन्तु के प्रश्न नहीं उठना चाहिये। उन्होंने कहा कि सहायक मतदान केन्द्रों के लिये ऐसे भवनों को भी लिया जा सकता है, जो शासकीय भवन निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके है किन्तु हेन्डआॅवर नहीं हुये है।
कलेक्टर ने कहा कि उप चुनाव में मतदान केन्द्रों की संख्या बड़ी तो मतदान दल भी बढ़ेंगे। इसके साथ ही रूट व रूट वाहन भी बढ़ाने होंगे। इसके लिये अभी से प्लान तैयार करें। उन्होंने कहा कि पाॅलिंग पार्टियों के लिये प्रशिक्षण पाॅलीटेक्निक काॅलेज में दिया जायेगा। इसका प्लान कैलेण्डर वायज प्रति रूम में 40 लोंगो के हिसाब से टेबल, कुर्सी, माइक सहित अन्य मास्टर टेªनर्स का प्रबंध करें। चुनाव के लिये सामग्री का प्रस्ताव 5 अगस्त तक भेेंजे। कोविड का प्रकोप अगर आगे और बढ़ा तो लेक्चर या प्रशिक्षण की एक-एक मिनिट की वीडियो बनाकर तैयार की जाये। जिससे आवश्यकता पड़ने पर उनका भी उपयोग किया जा सके। कलेक्टर ने स्वीप, एम.सी.एम.सी., मास्टर टेªनर्स, माइक्रो आॅब्जर्बर, चुनाव व्यय, पीठासीन अधिकारी, गणना अधिकारियों का प्रशिक्षण किस आधार पर तिथि वार तैयार किया जाये।