विदिशा। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना विश्व की ऐसी अनोखी योजना है जिसने बुर्जुगों की तीर्थ तमन्नाओं को पूरा किया है। राज्य सरकार की इस योजना का अनुसरण अन्य राज्य भी कर रहे हैं। प्रदेश के जनसम्पर्क एवं संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने शनिवार को विदिशा जिले के तीर्थ-दर्शनार्थियों को रामेश्वरम् रवाना होने से पहले आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।
इस अवसर पर प्रदेश के वित्त मंत्री श्री राघवजी ने कहा कि हर बुर्जुग व्यक्ति की इच्छा होती है कि वे अपने धार्मिक पवित्र तीर्थों का दर्शन कर सकें। उनकी इस कल्पना को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने श्रवण बनकर साकार किया है। बिना कष्ट के इस यात्रा का अद्भुत आनंद बुर्जुगों को प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की वित्तीय रूकावट नही होने दी जायेगी।
संस्कृति मंत्री श्री शर्मा ने इस दौरान बताया कि मार्च माह तक प्रदेश के 40 हजार तीर्थ-यात्रिओं को विभिन्न तीर्थों का दर्शन कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि आगामी वित्तीय वर्ष में 60 हजार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यात्राओं में सभी धर्मों के प्रमुख तीर्थ-स्थलों को जोड़ा गया है। श्री शर्मा ने बताया कि योजना से प्रभावित होकर उत्तरप्रदेश, राजस्थान सहित भारत सरकार ने सम्पूर्ण जानकारी माँगी है और उन राज्यों के दल योजना के अध्ययन हेतु प्रदेश में शीघ्र आयेंगे। उन्होंने कहा कि फरवरी माह की 14 तारीख को तिरूपति बालाजी और 26 फरवरी को जगन्नाथपुरी के लिए विशेष ट्रेन तीर्थ-यात्रियों को लेकर रवाना होगी। संस्कृति मंत्री श्री शर्मा ने बताया कि विदिशा जिलेवासियों के लिए दिसम्बर माह में एक पृथक ट्रेन द्वारिकापुरी दर्शन के लिए भेजे जाने हेतु विशेष तैयारियाँ की जा रही है। संस्कृति मंत्री श्री शर्मा ने विदिशा में बेतवा नदी के तट पर स्थित चरण तीर्थ एवं महलघाट के सौंदर्यकरण के लिए क्रमशः 20 लाख और 22 लाख रूपए देने की घोषणा की है। उक्त घाटों के समीप स्थित गोपेश्वर और महादेव मंदिर के सौंदर्यकरण एवं जीर्णोद्वार का प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश भी कलेक्टर को दिए।
हरी झंडी दिखाई
मंत्री द्वय श्री राघवजी और श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने विदिशा रेलवे स्टेशन पर पहुँचकर स्पेशल टे्रन को हरी झंडी दिखाकर 640 तीर्थ-यात्रियों को रवाना किया। इससे पहले विदिशा के जालोरी गार्डन में कार्यक्रम के दौरान सभी तीर्थ-यात्रियों का तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता सोनकर, कुरवाई विधायक
श्री हरिसिंह सप्रे, सहित वरिष्ठ अधिकारी, तीर्थ-यात्रियों के परिजन, जनप्रतिनिधि और नागरिक मौजूद थे।