भोपाल। वित्त विभाग ने सभी सरकारी विभागों से इस वित्तीय वर्ष के शेष तीन महीनों जनवरी से मार्च तक लगने वाले खर्च का हिसाब मांगा है। साथ ही यह भी पूछा है कि उन्हें यह आवश्यकता किस लिए है। संचालक बजट आइरिन सिंथिया ने संभी संबंधित विभागों के बजट नियंत्रण अधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि मध्यप्रदेश विनियोग अध्यादेश राजपत्र में प्रकाशित हो चुका है।
अनुपूरक अनुमान की विस्तृत जानकारी वित्त विभाग की अधिकृत बेवसाईट पर उपलब्ध है। इस अध्यादेश के प्रावधानों के उपयोग से पहले वास्तविक मासिक आवश्यकता की समीक्षा और वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता का आंकलन जरुरी है। इसलिए विभागों से अगले तीन महीने के खर्च,जरुरत का आंकलन कर अनुपूरक बजट का किस तरह उपयोग करेंगे यह जानकारी मांगी गई है।
सभी विभागों को यह बताना है कि मुख्य बजट में उनके यहां कितनी राशि का प्रावधान किया गया था। बजट पुर्ननिवियोजन से बजट में क्या वृद्धि या कमी हुई इसके बाद विभाग के लिएकुल उपलब्ध प्रावधान कितनी राशि का है दिसंबर तक कितनी राशि खर्च हो चुकी है और अब शेष कितनी राशि उपलब्ध है यह भी बताना होगा। प्रथम अनुपूरक में कितनी राशि मिली और जनवरी से मार्च तक कितनी जरुरत है यह भी पूछा गया है। इस राशि की जरुरत क्यों है यह भी विभागों से पूछा गया है।