भोपाल। पीडब्ल्यूडी व सडक विकास निगम की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने सडकों के निर्माण के लिए पैसा नहीं होने की बात कही, तो मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें दो टूक कहा कि अपने रिसोर्स विकसित करें। हर विभाग को अपने स्वयं के आय के स्रोत बनाना चाहिए। सीएम ने मंत्रालय में कल विभागीय मंत्री सज्जन सिंह वर्मा व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि विभाग को ऐसे प्रोजेक्ट बनाने चाहिए, जिसमें सड़क निर्माण के साथ अपने रिसोर्स भी बनें। उन्होंने सड़क निर्माण एजेंसियों में समन्वय के लिए नीति बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक ऐसी नीति तैयार करें, जिसमें हर एजेंसी को अपना कार्यक्षेत्र और दायित्व पता हों। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि कई सड़कों का निर्माण या मेंटेनेंस इसलिए नहीं हो पाता, क्योंकि एक विभाग दूसरे को जिम्मेदार ठहराता है।
कमलनाथ ने सड़कों के निर्माण के साथ पर्यावरण सुधार के लिए व्यापक पैमाने पर पौधरोपण का प्रावधान शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़कों के दोनों ओर पौधरोपण सुनिश्चित होना चाहिए। सीएम ने निर्देश दिए कि शहरों के आसपास बड़े पैमाने पर रिंग रोड और बायपास सड़कें बनाई जाएं।
कमलनाथ ने भूमि अधिग्रहण न होने से प्रोजेक्ट लंबित रहने पर भी नाराजी व्यक्त करते हुए उन्हें समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बड़ी सड़कों के निर्माण के दौरान भूमि अधिग्रहण में देरी से प्रोजेक्ट अनावश्यक लंबित रहते हैं। भूमि अधिग्रहण के मामले में एक अलग प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया जाए, जो सिर्फ इसके मुद्दों को जल्द से जल्द हल करें।