जबलपुर| ईओडब्ल्यू जबलपुर ने आज सुबह लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के रिटायर्ड अफसर सुरेश उपाध्याय के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। छापे में 27 से ज्यादा संपत्तियों का खुलासा है। जांच में करोड़ों की अन्य संपत्ति भी मिल सकती है। अभी तक की जांच में ईओडब्ल्यू को करोड़ रुपए की आय से अधिक संपत्ति की जानकारी मिली है।
ईओडब्ल्यू एसपी देवेन्द्र राजपूत ने बताया कि शिकायत की जांच के बाद सुरेश उपाध्याय, उनकी पत्नी अनुराधा उपाध्याय एवं बेटे सचिन उपाध्याय के खिलाफ 20 जून को एफआईआर दर्ज की गई थी। आज सुबह पांच बजे चार ठिकानों पर एक साथ छापामार कार्रवाई की है। तीनों के नाम जबलपुर में कई वाहन, आलीशान मकान, फार्म हाउस, कृषि भूमि, बैंक खाते, बीमा पॉलिसी, एफडी एवं शेयर का पता चला है। टीम ने बिलहरी स्थित आनंदतारा के बंगला नंबर 42 पर छापामार कार्यवाही की है। ईओडब्ल्यू को सूचना मिली थी कि पीएचई से रिटायर्ड हुए अधिकारी सुरेश उपाध्याय के पास आय से अधिक संपत्ति है। जिसके बाद आज डीएसपी राज्यवर्धन महेश्वरी के नेतृत्व में 50 से ज्यादा लोगों की टीम ने सुरेश उपाध्याय के घर पर दबिश देकर जांच शुरू की है। ईओडब्ल्यू की टीम ने बिलहरी स्थित उपाध्याय के घर और अन्य चार स्थानों पर भी छापा मारा है। आज सुबह से ईओडब्ल्यू की टीम ने सुरेश उपाध्याय के पैतृक निवास भीटा कजरवारा सहित सदर में उनके कार्यालय में भी कार्यवाही की है।
जब ईओडब्ल्यू की टीम ने सुरेश उपाध्याय के घर पर छापा मारा तो उस समय उनका पूरा परिवार सो रहा था। सुरेश उपाध्याय का बिलहरी में जिस जगह बंगला है उसकी कीमत ही करोड़ों में आंकी जा रही है इसके अलावा पीएचई से रिटायर अधिकारी के पास आधा दर्जन से ज्यादा चार चक्के की गाड़ियां भी मिली है। अभी तक की जांच में ईओडब्ल्यू ने पाया है कि पीएच अधिकारी सुरेश उपाध्याय ने अपनी काली कमाई पत्नी, बेटे और बेटी के नाम भी की है। आज न्यायालय से वारंट लेकर सुरेश उपाध्याय के घर पर छापा मारा गया है। हालांकि अभी तक कितनी काली कमाई सुरेश उपाध्याय के पास से है इसका पूरी तरह से खुलासा ईओडब्ल्यू ने नहीं किया है।