भोपाल। मध्य प्रदेश शासन के गृह मंत्रालय ने भारतीय पुलिस सेवा के 4 सीनियर अधिकारियों को नवीन पदस्थापना पर पदस्थ कर दिया है। इनमें से दो अजय शर्मा एवं राजीव टंडन को मुख्यमंत्री ने सबसे महत्वपूर्ण डिपार्टमेंट दिए हैं। अजय शर्मा को EOW और राजीव टंडन को लोकायुक्त दिया गया है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में EOW का उपयोग राजनीतिक हथियार के रूप में भी होता है। कमलनाथ कंपनी के खिलाफ EOW के पास पहले से ही फाइल मौजूद है।
सुधीर शाही IPS महानिदेशक के पद पर प्रमोट
मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार दो सीनियर आईपीएस अफसर 1984 बैच के संजय चौधरी और 1986 बैच के संजय राणा 31 जनवरी को रिटायर हो गए हैं। संजय चौधरी डीजी जेल और संजय राणा डीजी लोकायुक्त थे। चौधरी और राणा के रिटायर होने के बाद महानिदेशक (DG) के दो पद खाली होने के बाद आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और ADG जेल सुधीर शाही को महानिदेशक के पद पर प्रमोट किया गया है।
राजीव टंडन डीजी लोकायुक्त बनाए गए, अजय शर्मा को EOW का प्रभार
गृह विभाग के आदेश के मुताबिक लोकायुक्त डीजी के अहम पद पर राजीव टंडन को भेजा गया है, जबकि उनकी जगह ईओडब्ल्यू का प्रभार अजय शर्मा को सौंपा गया है। शर्मा अब तक एडीजी पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन थे। बताया जाता है कि दोनों ही अफसर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भरोसेमंद हैं। ईओडब्ल्यू को लोकसभा चुनाव के दौरान कालेधन के उपयोग के मामले में सीबीडीटी (केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड) की रिपोर्ट पर आगे कार्रवाई करना है। पहले माना जा रहा था कि इस समय ईओडब्ल्यू में अनेक संवेदनशील प्रकरण लंबित हैं, इसलिए मुख्यमंत्री शायद ही उन्हें डिस्टर्ब करना चाहे। लेकिन यहां अजय शर्मा को भेजा गया है। बता दें कि अजय शर्मा शिवराज के चौथे कार्यकाल में एडीजी लोकायुक्त रह चुके हैं, जबकि राजीव टंडन मुख्यमंत्री के ओएसडी जैसे अहम पद की कमान संभाल चुके हैं।
सुधीर शाही स्पेशल डीजी रेल, अरविंद कुमार डीजी जेल
आदेश के मुताबिक इन दो अफसरों के अलावा ADG जेल सुधीर शाही को प्रमोट कर स्पेशन DG रेल बनाया गया है, जबकि स्पेशल DG रेल अरविंद कुमार को DG जेल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।