ग्वालियर। भिण्ड जिले के अपने माता-पिता व परिवार से बिछडे बच्चों का पता अब आधा दर्जन विभागों को मिलाकर एक टीम बनाई गई है जो इन बच्चों का पता लगाकर उनके परिजनों को सौंपेगी। बच्चों को खोजने का काम एक माह तक एक अभियान के रुप चलाया जाएगा। पुलिस द्वारा शुरु किए गए स्माइल अभियान का सहयोग महिला एवं बाल विकास विभाग, महिला सशक्तिकरण, श्रम विभाग, शिक्षा विभाग, सामाजिक श्रमिक संगठन करेंगे। हर विभाग से 5-5 लोगों की टीम बनाई गई है।
भिण्ड जिले में वर्ष 2014 में 43 और वर्ष 2015 में 170 बच्चे गुमशुदा हुए है। ये उन बच्चों की संख्या है जो जिले के थानों में दर्ज है। दो वर्षों में कुल 213 बच्चे गुम होने की सूचना पुलिस के पास है जिनमें से 166 बच्चों को पुलिस ने बरामद कर उनके परिजनों को सौंप दिए गए है। अभी भी 47 बच्चे बरामद नहीं किए जा सके है। जिसमें 13 लडके और 34 लडकियां है। बाकी लापता बच्चों की तलाश की जा रही है।
लापता बचचों की खोज एवं पुनर्वास के लिए ऑपरेशन स्माइल शुरु किया गया हैं इस ऑपरेशन में पुलिस सभी थानों में नगरनिरीक्षक से लेकर एएसआई को बाल कल्याण अधिकारी के तौर पर पदस्थ किया है। इसके अलावा दो नगरनिरीक्षक, दो प्रधान आरक्षक व एक आरक्षक को टीम में शामिल किया गया है। इसके अलावा महिला बाल विकास, महिला सशक्तिकरण विभाग का एक अधिकारी, तीन सामाजिक कार्यकर्ता व एक काउंसलर जिम्मेदारी संभालेंगे।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने आज यहां बताया कि पुलिस ने आधा दर्जन विभागों के साथ मिलकर लापता बच्चों की तलाश कर उनके परिवारों को सौंपने के लिए एक माह तक स्माइल अभियान शुरु किया गया है।