भिण्ड। भिण्ड जिले के गोहद विकास खण्ड के एण्डोरी गांव में एक नौजवान युवक द्वारा गांव की ही एक 16 वर्षीय नाबालिंग युवती से प्यार का इजहार कर उसके साथ सात जन्मों तक साथ निभाने का सपना लिए युगल प्रेमी घर से भागने को लेकर 24 अप्रैल को गांव की पंचायत ने आरोपी युवक के माता-पिता व उनके सभी रिश्तेदारों को समाज से बहिष्कृत करने का फरमान जारी कर दिया है। साथ ही पंचायत ने चेतावनी दी है कि यदि कोई भी बहिष्कृत परिवार से संबंध रखेगा तो उसे भी समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा। फरमान गांव के पंचों ने एक राय होकर फरमान जारी कर दिया है। गांव की भरी पंचायत में सुनाए गए फरमान का किसी ने भी विरोध करने का साहस नहीं दिखा पाया।
जानकारी के अनुसार 22 अप्रैल 2016 की रात्रि को एण्डोरी गांव निवासी युवक आकाश सिंह सजातीय गांव की ही 16 वर्षीय युवती को प्रेम-प्रसंग के चलते भगा ले गया था। जिसकी रिपोर्ट युवती के पिता ने एण्डोरी थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद युवती के पिता ने गांव की पंचायत में भी आरोपी युवक आकाश सिंह व उसके परिवार के लोगों की शिकायत की गई थी। शिकायत पर एण्डोरी गांव के सरपंच कल्याणकर सिंह कुशवाह के अलावा नाथूसिंह, केशवसिंह, मायाराम सिंह, श्यामसिंह, रामपाल तोमर, संतकुमार, विशालसिंह, अजमेर सिंह, जाहर सिंह, दशरथ सिंह, राजकुमार सिंह, रघुवीर सिंह सहित गांव के करीबन एक सैकडा लोगों की सहमति से 24 अप्रैल 2016 को गांव के ही सूरदास मंदिर परिसर में पंचायत बुलाई गई। जिसमें सभी पंचों ने एक राय होकर फरमान जारी कर दिया कि आरोपी युवक आकाश भदौरिया के पिता राधेश्याम भदौरिया के अलावा उनके अन्य परिवारीजन व रिश्तेदार चाचा अवधेश सिंह एवं ताऊ शिवनाथ सिंह के परिवार से गांव का कोई भी व्यक्ति खानपान के अलावा किसी प्रकार का कांई संबंध नहीं रखेगा। यदि कोई उनसे बास्ता रखता है तो पंचायत द्वारा उन लोगों के खिलाफ भी समाज से बहिष्कृत करने की कार्यवाही की जाएगी।
ग्राम पंचायत एण्डोरी के सरपंच कल्याणकर सिंह कुशवाह ने बताया कि गांव से नाबालिंग युवती को भगा ले जाने का मामला जब पंचायत में आया तो गांव के सूरदास मंदिर पर पंचायत बुलाई गई जिसमें पंचगण रामनाथ सिंह, सुरेन्द्र सिंह, प्रदीप सिंह, संग्राम सिंह, बादशाह सिंह सहित एक सैकडा ग्रामवासियों की सहमति से आरोपी आकाश सिंह व उसके परिजनों का समाज से बहिष्कार कर दिया गया है।
एण्डोरी थाना प्रभारी बाल्मीक चौवे ने बताया कि युवती के पिता ने आरोपी युवक आकाश सिंह के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई थी, लेकिन युवती घर पर लौट आने पर युवती के बयान लिए गए तो युवती ने कहा था वह मॉं की डॉंट से नाराज होकर घर से चली गई थी। लडकी ने अपने माता-पिता के साथ घर जाने से मना कर दिए जाने से उसे सुरक्षित ग्वालियर नारी निकेतन भेज दिया गया है। थाना प्रभारी ने बताया गांव में क्या पंचायत बुलाई गई है और क्या फैसला सुनाया गया है इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। ना ही किसी ने पंचायत के फरमान की किसी ने शिकायत की है।