भोपाल ! व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के एक मामले में रिमांड पर चल रहे पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को आज एक अन्य परीक्षा फर्जीवाड़े में गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत ने इस नए मामले में उन्हें 26 जून तक रिमांड पर एसटीएफ को सौंप दिया गया। व्यापमं द्वारा आयोजित संविदा शिक्षक वर्ग-2 व 3 की परीक्षा में हुई गड़बड़ी के मामले में फंसे पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की रिमांड अवधि मंगलवार को समाप्त होने पर एसटीएफ ने उन्हें मुख्य जिला एवं सत्र न्यायाधीश एपीएस चौहान की अदालत में पेश किया लेकिन इसके पूर्व श्री शर्मा को आरक्षक भर्ती 2012 में हुई गड़बड़ी के मामले में गिरफ्तार किया। इस मामले में एसटीएफ ने अदालत से श्री शर्मा को रिमांड पर देने का आग्रह किया। अदालत ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद श्री शर्मा को उक्त मामले में 26 जून तक एसटीएफ को रिमांड पर सौंप दिया। उधर एसटीएफ द्वारा संविदा शिक्षक वर्ग-2 की गड़बड़ी के मामले में व्यापमं के पूर्व अधिकारी पंकज त्रिवेदी, नितिन महेन्द्र, पीके मिश्रा और अजय सेन को भी आज अदालत में पेश किया गया। अदालत ने इन सभी की रिमांड अवधि भी 26 जून तक बढ़ा दी। उल्लेखनीय है कि पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को एसटीएफ ने गत 15 जून को उनके 74 बंगला स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया था। श्री शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर व्यापमं द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं में अपात्र उम्मीदवारों को उत्तीर्ण कराकर उनकी नौकरी लगवाई।