भोपाल. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्य और केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कोरोना के जानलेवा काल में खुद दवाओं और उपकरणों की कालाबाजारी कराई. राज्य और केंद्र में जमकर भ्रष्टाचार हुआ.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने कहा कि आगाह करने के बाद भी सरकार ने कोरोना से निपटने की तैयारी नहीं की. विपक्ष के नाते इंजेक्शन, ऑक्सीजन की संभावित कमी के बारे में सरकार को पहले ही चेता दिया था. लॉकडाउन के बाद कोरोना मरीजों की कमी होना स्वभाविक है और दूसरा टेस्ट कितने हो रहे हैं यह भी निर्भर करता है.
SDM ने डॉक्टरों को टेस्ट करने से मना किया- सिंह
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक और बड़ा आरोप लगाया कि शिवपुरी जिले के एक अस्पताल में खुद SDM ने डॉक्टरों को टेस्ट नहीं करने के लिए कहा था. उन्होंने दोहराया कि कोरोना से निपटने के लिए मध्य प्रदेश सरकार को जो तैयारी करनी चाहिए थी, वो नहीं की गई. राज्य में कालाबाजारी हुई,ऑक्सीजन की कालाबाजारी हुई. सितंबर 2020 में ही राज्यसभा में बताया दिया था कि ऑक्सीजन की कमी है, ध्यान देने की जरूरत है. इसके बाद भी केंद्र और राज्य सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया था. रेमडेसिविर इंजेक्शन निर्यात कर रहे थे, एक्सपोर्ट बंद कराने की सलाह दी थी.जबलपुर सांसद के करीबी ने लगाए नकली इंजेक्शन
मध्य प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि जबलपुर सांसद के नजदीकी VHP पदाधिकारी गुजरात से नकली इंजेक्शन लाए और रेमडेसिविर को 30 से 50 हजार में बेचा. नकली इंजेक्शन की वजह से कई की मौत भी हुई है. उस व्यक्ति को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है. इस वजह से NSA की कार्रवाई तक नहीं हुई और मोबाइल फोन भी जब्त नहीं हुआ. सरकार ही उस व्यक्ति को बचाने में लगी है. मध्य प्रदेश में कालाबाजारी करने वाले ज्यादातर लोग भाजपा के हैं.