भिण्ड। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले में रेत के कारोवार पर रोक लगाने में भिण्ड जिला प्रशासन और पुलिस में कतई तालमेल नजर नहीं आ रहा है। कलेक्टर छोटे सिंह ने तो कहा है कि पुलिसबल नहीं मिलने से अबैध रेत माफिया के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर पा रहे है। उधर प्रदेश के सामान्य प्रशासन एवं सहकारिता मंत्री डॉं. बोविन्द सिंह ने आरोप लगाया है कि थाना प्रभारियों से लेकर आईजी तक रेत माफिया से मिले हुए है और करोडों रुपए कमा रहे है।शासन से लेकर प्रशासन तक के अधिकारी नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन इस कारोवार पर रोक कोई नहीं लगा पा रहा है।
खनिज, राजस्व और पुलिस विभाग की टीम ने लहार के अजनार क्षेत्र में कार्रवाई की। यहां बडी मात्रा में रेत का अवैध डंप पाया। खनिज विभाग के मुताबिक यहां करीब पांच हजार घनमीटर से अधिक रेत डंप था। देर शाम के वक्त खनिज विभाग ने डंप को जब्त करने संबंधी कार्रवाई की। इससे पहले टीम अटेर क्षेत्र पहुंची। यहां भी चंबल नदी का रेत डंप होने की शिकायत प्रशासन को मिली थी। इस पर कार्रवाई के लिए खनिज अधिकारी आरपी भदकारिया, खनिज निरीक्षक विजय चक्रवर्ती, वन विभाग के भिण्ड रेंजर, राजस्व अधिकारी और पुलिस बल मौजूद थे।
रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन पर सख्ती के बाद रेत का वैध कारोबार भी पूरी तरह से बंद हो गया। स्थिति यह बारिश के मौसम में रेत के सात डंप की खनिज विभाग से परमीशन दी गई है लेकिन वर्तमान समय में इन डंप से भी रेत की गाडी नहीं भरी जा रही हैं। पिछले दो दिन से पुलिस और प्रशासन की टीम बिना रायल्टी के रेत ले जाने वाले वाहनों को ढूंढ रही है लेकिन बिना रॉयल्टी वाले तो दूर, रॉयल्टी लेकर चलने वाले वाहन भी नहीं दिख रहे हैं। माफिया भी दुबका हुआ है।
भिण्ड कलेक्टर छोटे सिंह ने आज यहां बताया कि रेत के अबैध कारोवार पर सख्ती से तभी रोक लग सकती है जब पुलिसबल उपलब्ध हो। डंप रेत को जप्त कराने की कार्यवाही की जा रही है। अभी 63 हजार 600 घन मीटर डंप रेत को जप्त किया गया है।

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