रावतपुरा। आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा, रूस्तम सिंह, ददरूआ महाराज सरकार, कम्प्यूटर बाबा, योगेन्द्र महंत, कांची सरकार, गुरू शरणानंद जी वृंदावन, उज्जैन संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश चन्द्र पारा, विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह, यूपी के पूर्व विधायक दीपक यादव ने भी सामाजिक महाकुंभ में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। इस अवसर पर उन्होने संत शिरोमणि रविशंकर महाराज ‘‘रावतपुरा सरकार’’ से भेंट कर उनका आर्शीवाद ग्रहण किया।
आज भी रावतपुरा मेला क्षेत्र में करीब 100000 श्रद्धालुजनों ने मेला परिक्षेत्र का परिभ्रमण किया। रामकथा एवं श्रीमद् भागवत कथा का भी आनंद उठाया। आज मेला परिक्षेत्र तीसरे दिन भी युवराज भैंसा आर्कषण केन्द्र रहा। वहीं यज्ञशाला में अष्टोत्तर शत् सस्वर पाठ में 108 ब्राहम्णों एवं 18 पुराणों का वाचन चला।
यह मेरा सौभाग्य है कि आज हमें रावतपुरा धाम में आने का अवसर मिला यह प्रभु की इच्छा है और हनुमान जी का आर्शीवाद है। यह बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचैरी ने रावतपुरा में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहीं।
परमपूज्यनीय संत शिरोमणि रविशंकर महाराज ‘‘रावतपुरा सरकार’’ की तपस्या का प्रतिबल है कि यह स्थान एक धार्मिंक धाम में परिवर्तित हो चुका है। मैं यहां पहले भी आ चुका हॅूं, यह स्थान एक समरसता का प्रतीक है और गुरूदेव श्री ने जो यह सामाजिक कुंभ लगाया है उसकी जितनी तारीफ की जाये वह कम है। रावतपुरा धाम जिला ही नहीं पूरे प्रदेश और देश में एक धार्मिंक स्थान के रूप में जाना जाने लगा है और यह सब गुरूदेव श्री के आर्शीवाद का ही परिणाम है। इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीओम़ सेथरी, प्रवीण पाठक, बृजकिशोर शर्मा, भगवान दास सेथिया, संजीव चौधरी, भाजपा नेत्री चित्रा शर्मा उपस्थित थीं।
भारत की एक मात्र पवित्र नदी नर्मदा है जिसकी परिक्रमा की जा सकती है। मां नर्मदा जीवन कल्याणी है शुक्रवार को रावतपुरा धाम पहुचे राज्यमंत्री कम्युटर बाबा ने कही। गुरूवार 19 अप्रैल देर रात कम्युटर बाबा भोपाल से रावतपुरा धाम सामाजिक कुंभ में शमिल हुये। संत नामदेव दास त्यागी महाराज जी कम्यूटर बाबा के नाम से जाने जाते है। उन्होंने बताया कि कार्य करने की गति तीव्र होने करण ही उनके गुरू जी ने उनका नाम कम्युटर बाबा दिया था। शक्रवार को सुबह 11 बजे गौ शाला परिसर में धूनी पूजन किया गया उन्होंने कहा कि संतश्री रावतपुरा सरकार के संनिध्य में आयोजित सामजिक कुंभ संतो का संगम है, संतश्री रावतपुरा सरकार द्वारा बहुत ही विशाल यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यज्ञ की परिक्रमा महत्वपूर्ण होती है।
नामदेव दास त्यागी, जिसे कंप्यूटर बाबा के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय हिंदू संन्यासी है। वह शिवराज सिंह चैहान मंत्रालय में राज्य मंत्री भी हैं। आज उन्होने संत शिरोमणि रविशंकर महाराज ‘‘रावतपुरा सरकार’’ से भेंट की और यज्ञ स्थल पर पहुंचकर आहूतियां अर्पित की। इस अवसर पर अरविन्द कोटेकर, जयप्रकाश राजौरिया सहित अनेक वरिष्ठ समाजसेवी उपस्थित थे।
पद्मश्री गीता चंद्रन ने सांस्कृतिक मंच पर दी भरतनाट्यम की प्रस्तुति
गीता चंद्रन भरतनाट्यम ने आज रावतपुरा में पहुंचकर संत शिरोमणि श्री रविशंकर जी महाराज ‘‘रावतपुरा सरकार’’ से भेंट की और सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत सांस्कृतिक मंच पर रात्रि हजारों की संख्या में उपस्थित धर्मपे्रमी जनता के बीच भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर जनता ने बार-बार तालियां बजाकर उत्साह प्रकट किया। उनसे बातचीत करते हुये उन्होने बताया कि नाट्यवृक्ष नृत्य कंपनी का कलात्मक निदेशक भी है, जो इसके समूह प्रस्तुतियों की उच्च सौंदर्य की गुणवत्ता के लिए जाना जाता है।
गीता कई गैर सरकारी संगठनों और धर्मार्थ संगठनों से जुड़ी है जो शांति, पर्यावरण और शांति के बीच मूल्यवान कारणों के लिए संसाधनों को बढ़ा रही हैं। वह परोपकारी कारणों से उनके सहयोग के लिए प्रसिद्ध है, और सामाजिक कार्यों के लिए धन जुटाने के लिए असंख्य प्रदर्शन प्रस्तुत किए हैं। वह सबसे विशेष रूप से लैंगिक मुद्दों और गरीबी से पहचान की गई है। नृत्य के माध्यम से महिला भू्रण हत्या के डरावने प्रदर्शन के हालिया काम ने उनकी नई प्रशंसा जीती है। गीता ने कई पुस्तकों का लेखन किया है, जो उनके लेखों का गहन व्यक्तिगत संग्रह है, जिसमें भरतनाट्यम के साथ उनकी सगाई का वर्णन किया गया है। अप्रैल 2009 में, डायनामिक वुमेन डांसर (महिला हॉल ऑफ फेम श्रृंखला) नामक अपनी पुस्तक में कनाडाई लेखक एनी डबलिन ने गीताचंद्रन को दस वैश्विक ष्सर्वकालिक महान नर्तकियोंष् में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया। युवा पीढ़ी के लिए एक व्यापक सम्मानित भूमिका मॉडल, गीता भारत के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के बोर्ड, दोनों स्कूलों और कॉलेजों में है उन्हें भारत के राष्ट्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड के बोर्ड सदस्य के रूप में भी नामित किया गया है। वह नृत्य-संबंधी गतिविधियों की विस्तृत श्रृंखला में संलग्न हैरू नए युवा दर्शकों को प्रदर्शन, शिक्षण, संचालन, गायन, सहयोग, आयोजन, लेखन और बोलना।
भरतनाट्यम में उनके विशाल और विविध योगदान की मान्यता में, गीता को 2007 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार – पद्म श्री – से सम्मानित किया गया। द्वितीय सत्र में कुटला खान ने सांस्कृतिक मंच पर अपनी प्रस्तुति दी। इस ग्रुप के कलाकर 8 साल की उम्र में संगीत बजाना, हर उपकरण चलाना सीखते है। एक गायक के रूप में, एक संगीतकार के रूप में, खान न केवल ढोलक, खर्तल, भापांग, हार्मोनियम, सरंग साबित करना कि कोई टक्कर नहीं है वह खेल नहीं सकता है, वह आत्मात्मक प्रतिपादन भी गाता है, और लिखता है और अपने स्वयं के गाने बनाते हैं।
गुरूदेव श्री का अच्छा प्रयास है – कांची सरकार
कांची सरकार आज तीसरे दिन सामाजिक कुंभ में पहंुचकर यज्ञ शाला पहुंचे और यज्ञ में आहूतिया दी। इस अवसर पर उन्होने बात करते हुये कहा कि संत शिरोमणि रविशंकर महाराज ‘‘रावतपुरा सरकार’’ जी का यह बहुत अच्छा प्रयास है, सफल प्रयास है, जन-जन के कल्याण का प्रयास है। हम सौभाग्यशाली है कि आज हमें रावतपुरा धाम में आने का सौभाग्य मिला। हम पहले भी आते रहे है। संत शिरोमणि रविशंकर महाराज ‘‘रावतपुरा सरकार’’ जी की तपस्या का प्रतिबल है। और उन्ही की तपस्या के कारण और हनुमान जी के आर्शीवाद से यह स्थान एक धाम के रूप में परिवर्तित हो चुका है। यह स्थान समरसता का प्रतीक है।