ग्वालियर। प्रदेश सरकार द्वारा समान रैंक के पुलिस अफसरों को पदोन्नति दिए जाने से राज्य प्रशासनिक अफसरों में नाराजगी फैल गई है। इन अफसरों ने ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर में एक साथ बैठकें करके सरकार पर दबाव बनाने का काम शुरू कर दिया है। शनिवार की रात ग्वालियर के होटल सेंट्रल पार्क में हुई बैठक में ग्वालियर-चंबल संभाग के तीन दर्जन से अधिक राप्रसे के अधिकारी जुटे। सबका यही कहना था कि अगर उन्होंने अभी भी दबाव नहीं बनाया, तो आने वाले दो सालों में वे समान रैंक के पुलिस अधिकारियों से दस साल जूनियर हो जाएंगे। एक अधिकारी की टिप्पणी थी कि राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सर्वाधिक नंबर वालों को ही डिप्टी कलेक्टर चयनित किया जाता है। फिर पदोन्नति में उनसे जूनियर डीएसपी स्तर के अधिकारियों को तरजीह क्यों? वहीं जबलपुर में अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी बैठक की अगुवाई कर रहे हैं। जिले में ऐसे 5-6 अधिकारी प्रमोशन की कतार में हैं।
यह है मुख्य मांग
राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की मुख्य मांग है कि देश के करीब 16 राज्यों में टाइम बाउंड वेतनमान दिया जा रहा है, लेकिन मध्यप्रदेश में नहीं। इनकी नाराजगी डीएसपी रैंक के अधिकारियों को एएसपी पदोन्नत किए जाने को लेकर भी है।
बैठक में अफसर
एडीएम सतेंद्र सिंह, सीईओ जिला पंचायत आशीष कुमार गुप्ता, निगमायुक्त वेदप्रकाश, सीईओ जिला पंचायत शिवपुरी संदीप माकिन, एसडीएम अजयदेव, अनुराग सक्सेना, विदिशा मुखर्जी, शुचिस्मिता सक्सेना, दिलीप कुमार उपायुक्त परिवहन समेत 42 अफसर मौजूद थे। तीन संभागों में हुई बैठकों में भी 100 से ज्यादा अफसर जुटे।
सोमवार को भोपाल में बैठक
ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर में हुई बैठकों के बाद राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर सोमवार को भोपाल में जुटेंगे। उम्मीद की जा रही है कि इसी दिन संघ की बड़ी बैठक होगी और सरकार पर दबाव बनाने के लिए रणनीति और आंदोलन को अंतिम रूप दिया जाएगा।