मध्य प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर चल रही खींचातानी अब खत्म हो गई है।बसपा-सपा और निर्दलीयों से समर्थन मिलने के बाद कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है।इसी के चलते कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज दोपहर बारह बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलने राजभवन पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को 122 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल से मिलने के बाद कमलनाथ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मिलने उनके निवास पर गए हैं।
इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन ने प्रतिनिधिमंडल सरकार बनाने का न्योता नहीं दिया।उन्होंने कांग्रेस नेताओं से कहा कि पहले अपना नेता चुनकर आएं। उन्होंने कहा कांग्रेस पहले विधायक दल का नेता चुने फिर इस पर विचार करेंगे। हालांकि उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को शपथ लेने के लिए समय बनाने का जरुर कहा है। बताया जा रहा है कांग्रेस की सरकार बनाने को लेकर राज्यपाल विधि विशेषज्ञों से सलाह कर सकती है। वही कांग्रेस के नेता राजभवन की इस देरी पर हतप्रभ नजर आए। संभावना जताई जा रही है कि शाम को विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस एक बार फिर अपना दावा पेश कर सकती है।
इस दौरान मध्यप्रदेश काँग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, गुना सांसद ज्योतिरादत्य सिन्धिया,राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, पूर्व केन्द्रिय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण यादव उपस्थित रहे ।इसी बीच बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी का झंडा लेकर राजभवन के बाहर जमा हो गए थे।